CM Jairam से मिले शराब कारोबारी, ठेका नीलामी की कीमत आधी करने को आवाज बुलंद
बोले- सरकार ने नहीं की सुनवाई तो विभाग को सौंपेंगे चाबिया
शिमला। प्रदेश भर के शराब से जुड़े कारोबारी आज सीएम कार्यालय( CM Office) में पहुंचे। उन्होंने अपनी समस्याओं को सीएम जयराम ठाकुर के समक्ष रखा। कारोबारियों( liquor businessman) ने ठेकों की नीलामी कीमत को पचास फीसदी कम करने की मांग उठाई है। कहा कि अगर ठेकों की नीलामी कीमत कम की जाती है तभी कारोबारी काम कर पाएंगे। नहीं तो ठेकों को बंद कर चाबियां एक्साइज विभाग को दे देंगे। साथ ही कारोबारियों ने यह भी चेताया कि अगर सरकार उनकी मांग को नहीं मानती है तो वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए विवश होंगे। वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने सभी आए हुए लाइसेंस धारकों को आश्वासन दिया कि इस विषय पर एक्साइज विभाग( Excise department)से चर्चा होगी, उसके बाद ही कोई सही निर्णय लिया जाएगा।
लॉकडाउन से कारोबारियों को हुआ करोड़ों रुपए घाटा
शराब कारोबारियों की मानें तो शराब के ठेकों की नीलामी 13 मार्च से 18 मार्च के बीच हुई, जिसमें 90 फीसदी रिन्यू प्रणाली के तहत ठेकों को लिया गया, लेकिन अचानक कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के चलते 22 मार्च को लॉकडाउन किया गया। प्रदेश भर के ठेके बंद रहे और व्यापार से जुड़े कारोबारियों को करोड़ों रुपए घाटा उठाना पड़ा। इन व्यापारियों की माने तो लॉकडाउन से पहले जिन ठेकों को नीलाम किया गया है, उनकी कीमतें बहुत ज्यादा हैं, जिसके चलते उन्हें करोड़ों रुपए का नुकसान होगा। अगर सरकार 50 फीसदी घटाकर हमें देती है तो वह व्यापार करने में सक्षम हो सकते हैं। प्रदेश भर के शराब से जुड़े कारोबारियों ने सीएम को ज्ञापन के जरिए कहा कि लॉकडाउन से पहले नीलाम किए गए हैं, उन सभी ठेकों की कीमतों में कटौती की जाए अन्यथा हम सब प्रदेश भर के शराब के लाइसेंस धारक विभाग को ठेकों की चाबियां देने पर विवश हो जाएंगे।
नई एक्साइज पॉलिसी पर काम करना होगा
शराब के लाइसेंस धारकों में कांगड़ा वाइन ट्रेडर सरदार मंजीत सिंह सचदेवा, रमेश बराड़, सुरजीत सिंह बराड़, नूरपुर से बलविंदर सिंह, साहिब सिंह, वीर सिंह, अमीचंद रंधावा, जिला बिलासपुर से मोहिंद्र सिंह, शमशेर सिंह, जिला ऊना से नवदीप सिंह, जिला मंडी से अश्विनी कुमार, नरपत सिंह, देशराज, कुल्लू से बलदेव ठाकुर, जिला चंबा से जगदीश ढल्ल, जिला हमीरपुर से नरेंद्र ठाकुर, कृष्ण कुमार व शिमला से स्थानीय शराब लाइसेंसी गुलाटी सिंह आदि ने कहा कि उन्हें एक जुलाई से नई एक्साइज पॉलिसी पर काम करना होगा। ग्राहक शाम को आता है, जबकि दोपहर के बाद सभी ठेके बंद होते हैं। हिमाचल एक टूरिस्ट प्लेस है, जिसमें कोरोना बीमारी के चलते बाहरी राज्यों से आने वाले लोग नहीं आएंगे तो उन्हें करोड़ों रुपए का नुकसान होगा, जिससे वह अपनी मासिक किस्त का भुगतान करने में असमर्थ होंगे। सरकार ने इस विषय पर सुनवाई नहीं की तो जरूरत पड़ने पर कोर्ट का दरवाजा की खटखटा सकते हैं।