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लॉकडाउन तोड़ने पर तेजस्वी, राबड़ी और तेजप्रताप समेत राजद के 92 नेताओं पर केस दर्ज

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गोपालगंज हत्याकांड में जदयू विधायक पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी और मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रशासन की अनुमति के बिना 10 सर्कुलर रोड से शुक्रवार की सुबह काफिले के साथ गोपालगंज कूच करने की कोशिश व लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत राजद के 92 नेताओं पर पुलिस ने केस किया है। देर रात सचिवालय थाने में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव, राजद प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद सिंह और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी समेत 32 नामजद व राजद के 60 अज्ञात कार्यकर्ताओं व नेताओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। नामजद आरोपितों में राजद के कई विधायक भी शामिल हैं।

गोपालगंज में भी दर्ज हुआ मुकदमा

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी समेत अन्य राजद नेताओं के खिलाफ केस दर्ज होने की पुष्टि एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने खुद की है। उधर, गोपालगंज के बरौली विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक मो नेमतुल्लाह व जिला राजद अध्यक्ष राजेश कुशवाहा सहित 13 नामजद व 60 अज्ञात राजद कार्यकर्ताओं के खिलाफ हथुआ थाने में  प्राथमिकी दर्ज की गई है। इन लोगों पर भी लॉकडाउन के दौरान रूपनचक गांव में धरना देने का आरोप है।

विधायकों के साथ गोपालगंज जाना चाहते थे तेजस्वी

गोपालगंज हत्याकांड में जदयू विधायक पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी और मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राजद के विधायकों के साथ गोपालगंज जाना चाहते थे। हालांकि पुलिस ने लॉकडाउन का हवाला देकर उन्हें रोक दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों और आरजेडी विधायकों में कहासुनी भी हुई। तेजस्वी यादव के साथ, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव और बिहार आरजेडी अध्यक्ष जगदानंद सिंह समेत तमाम नेता मौजूद थे।

सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हुआ पालन

तेजस्वी यादव ने दो दिन पहले ही कह दिया था कि जदयू विधायक पप्पू पांडेये की गिरफ्तारी नहीं होती है तो वे अपने एमएलए के साथ गोपालगंज तक मार्च करेंगे। इसी के लिए वे शुक्रवार की सुबह निकले थे। हालांकि फिलहाल पूरे देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लागू है और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को पालन करने के लिए कहा गया है। वाबजूद इसके आरजेडी नेता और समर्थक राबड़ी देवी के आवास पर जमा हो गए और सारे नियमों को ताख पर दिया। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां भी उड़ाईं गईं। पुलिस ने इन्हीं मामलों में कार्रवाई की है।

राबड़ी देवी के आवास पर चला हाई वोल्टेज ड्रामा

इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर शुक्रवार सुबह हाई वोल्टेज ड्रामा चला। नेता विपक्ष तेजस्वी यादव सुबह 10 बजे राबड़ी देवी और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव के अलावा पार्टी विधायकों को साथ लेकर गोपालगंज के लिए निकले, मगर पुलिस ने उन सभी को उनके आवास के बाहर ही रोक दिया। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अपनी-अपनी गाड़ी में तीन घंटे तक बैठी रहीं। इस दौरान तीन घंटे तक राबड़ी आवास के सामने पार्टी विधायक प्रशासन के इस कदम के विरोध में कभी धरने पर बैठे तो कभी अपने समर्थकों के साथ नारेबाजी में लगे रहे। 

'लॉकडाउन आम लोगों के लिए, अपराधियों को छूट'

अपने आवास से बाहर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि सरकार जितनी ताकत हमें रोकने में लगा रही है अगर उतनी ही ताकत अपराधी को पकड़ने में लगाती तो हत्यारोपी जदयू विधायक खुला नहीं घूम पाते। हम तो लॉकडाउन के नियमों का अनुपालन करते हुए गोपालगंज जाना चाह रहे हैं, लेकिन सरकार को इसमें राजनीति नजर आ रही है। हमें पीड़ित परिवारों से मिलने की भी इजाजत नहीं दी जा रही है। लॉकडाउन सिर्फ आमलोगों के लिए है, अपराधियों को छूट दी गई है। 

विशेष सत्र बुलाने की मांग
बाद में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को विधानसभा तक जाने की छूट मिली। उन्होंने विस अध्यक्ष से विशेष सत्र बुलाने की मांग की। आरोप लगाया कि बिहार में अपराध बढ़ रहे हैं। कामगारों को दूसरे दर्जे का नागरिक बना दिया गया। स्वास्थ्य व्यवस्था भी ठीक नहीं है। इसके पहले भी विशेष सत्र बुलाया जा चुका है। इसबार भी विपक्ष की मांग पर स्पीकर विशेष सत्र बुलाकर सदन में चर्चा कराएं।