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राम मंदिर निर्माण पर Pak ने BJP-RSS को घेरा; भारत ने बताया ‘बेतुका बयान’

अपने रिकॉर्ड को देखते हुए पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों का उल्लेख करने पर शर्मिंदा होना चाहिए

नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान (Paksitan) की उस आपत्ति को खारिज कर दिया, जिसमें उसने अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण कार्य शुरू किए जाने की आलोचना की थी। राम मंदिर का निर्माण शुरू होने पर पाकिस्तान के बयान को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने ‘बेतुका’ बताते हुए कहा कि अपने रिकॉर्ड को देखते हुए पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों का उल्लेख करने पर तो शर्मिंदा होना चाहिए। बता दें कि राम मंदिर निर्माण के मसले पर पाकिस्तान ने कहा था कि कोविड-19 महामारी के समय आरएसएस-बीजेपी (RSS-BJP) गठजोड़ हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं।

भारत में कानून के नियमों का पालन किया जाता है

पकिस्तान की तरफ से आगे कहा गया था कि अयोध्या (Ayodhya) में ऐतिहासिक बाबरी मस्जिद स्थल पर 26 मई 2020 को मंदिर निर्माण की शुरुआत इस दिशा में एक और कदम है तथा पाकिस्तान की सरकार और लोग इसकी कड़ी निंदा करते हैं। राम मंदिर निर्माण मामले में पाकिस्तान की टिप्पणी को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में श्रीवास्तव ने कहा, ‘भारत में कानून के नियमों का पालन किया जाता है, जो कि सभी धर्मों को मानने वालों को समान अधिकार देना सुनिश्चित करता है।’

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इस मामले से इस्लामाबाद का कोई सरोकार नहीं है

भारत ने कहा कि इस मामले से इस्लामाबाद का कोई सरोकार नहीं है और यह भारत (India) का आंतरिक मामला है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘हमने एक ऐसे मामले पर पाकिस्तान का एक बेतुका बयान देखा है जिसमें उसका कोई लेना-देना नहीं है।’ गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल बाबरी मस्जिद- राम जन्मभूमि विवाद मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ किया था। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि पूरी 2.77 एकड़ विवादित भूमि रामलला को सौंप दी जानी चाहिए जो कि तीन वादियों में से एक हैं। पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने साथ ही केंद्र को निर्देश दिया था कि वह अयोध्या में एक मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को आवंटित करे।