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भारत-चीन सीमा विवाद के बीच Trump ने की मध्यस्थता की पेशकश, बोले- US यह कराने को तैयार है

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस मसले पर बैठक की थी

नई दिल्ली/वॉशिंगटन। भारत और चीन (India and China) के बीच सीमा पर जारी तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश (Arbitration offer) की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस मसले पर एक ट्वीट कर कहा कि हमने भारत और चीन को बताया है कि अमेरिका (US) दोनों के बीच उबलते सीमा विवाद में मध्यस्थता करने या फैसला करने के लिए तैयार है, इच्छुक है और योग्य भी है। गौरतलब है कि ट्रंप का या ट्वीट ऐसे समय पर सामने आया है, जब लद्दाख क्षेत्र में दोनो देशों की सैन्य टुकड़ियां एक दूसरे से कुछ सौ मीटर की दूरी पर तैनात हैं और दोनो तरफ से सैनिकों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।

नरेंद्र मोदी के भारत को कोई आंख नहीं दिखा सकता

वहीं इस बारे में भारत सरकार की तरफ से भी अपना रुख स्पष्ट कर दिया गया है। बुधवार को इस मसले से जुड़े सवाल का एक लाइन में जवाब देते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ‘मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि नरेंद्र मोदी के भारत को कोई आंख नहीं दिखा सकता।’

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इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भी इस मसले पर प्रधानमंत्री कार्यालय में चर्चा की थी। पीएम मोदी ने मंगलवार को लद्दाख मामले पर पूरी रिपोर्ट ली, इसके अलावा तीनों सेना के प्रमुखों से विकल्प सुझाने के लिए कहा गया था।

पीएम मोदी ने मांगा था इस पूरे मसले का ब्लू प्रिंट

इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल (Ajit Doval) भी मौजूद रहे, इस दौरान सेना प्रमुखों, सीडीएस से इस मसले पर ब्लू प्रिंट मांगा गया है। पीएम मोदी की बैठक से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मसले पर बैठक की थी और ये फैसला हुआ था कि भारत लद्दाख बॉर्डर पर अपनी सड़क का निर्माण नहीं रोकेगा। इससे पहले इससे पहले अमेरिका और भारत समेत कई देशों से तनाव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपनी सेना को युद्ध की तैयारी करने के निर्देश दिए थे जिससे लद्दाख में उसके सेना तैनात करने को आक्रामक कदम के तौर पर देखा जा रहा था। हालांकि बुधवार को चीन ने अपने रुख में बदलाव का संकेत दिए हैं। चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत के साथ सीमा पर उत्पन्न तनाव को स्थिर व नियंत्रण में बताया है।