कांग्रेस ने कहा, चीन के साथ सीमा पर गतिरोध से जुड़ी चिंताओं का निदान करे सरकार
by एजेंसी ,नई दिल्ली।कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच गतिरोध राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़़ा गंभीर विषय है और सरकार को चाहिए कि देश को विश्वास में ले तथा लोगों की चिंताओं का निदान करे। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि लद्दाख की पेंगोंग त्सो झील और गल्वान घाटी में चीनी सैनिकों की घुसपैठ तथा दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच गतिरोध राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गंभीर चिंता का विषय है।
उनके मुताबिक, मौजूदा गतिरोध से लोगों के बीच चिंता पैदा हुई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''कांग्रेस पार्टी सरकार से आग्रह करती है कि वह लोगों की चिंताओं का निदान करने के लिए देश को विश्वास में ले। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा था कि चीन के साथ सीमा पर कथित तनातनी और भारत-नेपाल रिश्तों में आई हालिया तल्खी से जुड़े मुद्दों को लेकर पारदर्शिता की जरूरत है और सरकार को इस बारे में देश को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए।
गौरतलब है कि लद्दाख में दोनों देशों की सीमा पर स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई, जब करीब 250 चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच 5 मई को झड़प हो गई और इसके बाद स्थानीय कमांडरों के बीच बैठक भी हुई । 9 मई को उत्तरी सिक्किम में भी ऐसी ही घटना सामने आई थी।
ये भी पढ़ें: लद्दाख में चीन को जवाब देने के लिए एक्शन में PM मोदी की 'डोकलाम टीम'
रविशंकर ने कहा- नरेंद्र मोदी के भारत को कोई आंख नहीं दिखा सकता
सीमा पर लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच केंद्रीय कानून एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने चीन को कड़ी चेतावनी दी है। रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को दो टूक कहा है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाला भारत है, इसे कोई आंख नहीं दिखा सकता है। सरकार और सेना के बीच चल रही उच्चस्तरीय बैठकों के बीच केंद्रीय मंत्री के इस बयान को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कोरोना संकट और राहुल गांधी के आरोपों पर जवाब के लिए रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसी दौरान उनसे चीन और नेपाल के संकट पर सवाल पूछा गया था।
रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को इस मसले से जुड़े सवाल का एक लाइन में जवाब देते हुए कहा, “मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि नरेंद्र मोदी के भारत को कोई आंख नहीं दिखा सकता।” कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कि चीन की हरकतों पर भारत सरकार के जवाबी कदम पर देश ही नहीं बल्कि दुनिया की नजर है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस बयान से भारत के अटल इरादों के बारे में जता दिया है कि वह चीन के दबाव में आने वाला नहीं है।
दरअसल, पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास पिछले कुछ दिनों से चीन की तरफ से सैन्य गतिविधियों के बढ़ने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव है। भारत के अपनी सीमा के अंदर सड़क निमार्ण करने पर चीन विरोध जता रहा है। चीन की हरकतों को लेकर भारत भी अलर्ट मोड में है। दोनों देशों की सेनाओं की हाल में सीमा पर गतिविधियां बढ़ीं हैं। बताया जा रहा है कि 2017 में उपजे डोकलाम विवाद जैसी स्थिति फिर से दोनों देशों के बीच उत्पन्न हुई है।
ये भी पढ़ें: बीजेपी का मिशन पश्चिम बंगाल, लॉन्च किया कैंपेन 'आर नोई ममता'