MSME रजिस्ट्रेशन में बिहार-यूपी स्टार, फिर क्यों नहीं है रोजगार?27 May 2020, 11:331 / 8बिहार ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSMEs) के नए रजिस्ट्रेशन के मामले में गुजरात, कर्नाटक जैसे औद्योगिक रूप से विकसित राज्यों को भी पीछे छोड़ दिया है. बिहार-यूपी दोनों राज्य एमएसएमई रजिस्ट्रेशन में काफी आगे हैं.2 / 8इस मामले में बिहार देश भर में तीसरे स्थान पर है, जबकि महाराष्ट्र नंबर एक पायदान पर है. बिहार में अचानक एमएसएमई की तेजी से बढ़ी संख्या लोगों को चकित भी कर रही है.3 / 8प्रवासियों के संकट को देखते हुए यह कहा जा रहा है कि यूपी-बिहार में इतनी बड़ी संख्या में एमएसएमई होने के बावजूद स्थानीय स्तर पर मजदूरों को रोजगार क्यों नहीं मिल रहा? उन्हें महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात जैसे राज्यों में पलायन क्यों करना पड़ता है? 4 / 8केंद्र सरकार के उद्योग आधार पोर्टल के मुताबिक अक्टूबर 2015 से दिसंबर 2019 तक बिहार में 8.73 लाख नए उद्यमियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. एमएसएमई में कुल 15.26 लाख नए रजिस्ट्रेशन के साथ महाराष्ट्र इस मामले में टॉप पर है. तमिलनाडु में 9.46 लाख और यूपी में 8.06 लाख नए एमएसएमई का रजिस्ट्रेशन हुआ है. तमिलनाडु दूसरे स्थान पर है.5 / 8गौरतलब है कि ऐसी चर्चा होती रही है कि बड़ी संख्या में एमएसएमई का रजिस्ट्रेशन मुद्रा लोन लेने, रियायती दरों पर लोन लेने और विभिन्न योजनाओं के तहत सब्सिडी लेने के लिए किया जाता रहा है.6 / 8प्रवासी मजदूरों के संकट के बाद यह कहा जाने लगा कि बिहार और यूपी जैसे राज्यों में औद्योगीकरण न होने की वजह से वहां स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार नहीं मिल पाते. लेकिन आंकड़े तो कुछ और ही कहानी कहते हैं.7 / 8सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSMEs) मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार बिहार ने उत्तर प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक जैसे औद्योगीकृत राज्यों को पीछे छोड़ दिया है. सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'बहुत से लोग सरकार से वित्तीय मदद हासिल करने के लिए भी उद्योग आधार पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराते हैं. रजिस्ट्रेशन कराने के लिए किस तरह की पूर्व जांच कराने की जरूरत नहीं होती. इसलिए लोग बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं.' 8 / 8इंडस्ट्री से जुड़े एक वरिष्ठ एग्जीक्यूटिव ने भी कहा कि बहुत से लोग मुद्रा लोन लेने, रियायती दर पर जमीन हासिल करने या विभिन्न योजनाओं के तहत सब्सिडी लेने के लिए एमएसएमई में रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं.(www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित )