प्लीज अब मुझे जाने दीजिए, एक स्वस्थ व्यक्ति का अस्पताल में रहना कैसा
- दो महीने से बेवजह छपरा सदर अस्पताल में हैं भर्ती
- ग्रामीणों ने दी थी पुलिस को उसकी सूचना
- रास्ते में सामान और पासपोर्ट हो गया चोरी
- तेजस्वी यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये की बात
पटना : यकीनन एक स्वस्थ व्यक्ति को कई दिनों तक अस्पताल में रख दिया जाए तो उसका दर्द कैसा होता है, यह कोई दूसरा महसूस नहीं कर सकता। इसी दर्द के साथ पिछले कई दिनों से जी रहे हैं हंगरी के नागरिक विक्टर जीको।
दो महीने से बेवजह छपरा सदर अस्पताल में हैं भर्ती
पिछले 60 दिनों से विक्टर जीको बिहार के छपरा सदर अस्पताल में है। अब विक्टर का सब्र जवाब देने लगा है। अब वह लोगों से मदद की गुहार लगा रहा है। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि लॉकडाउन में पर्यटन की मनाही है, इस कारण उसे जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
ग्रामीणों ने दी थी पुलिस को उसकी सूचना
सारण के पुलिस अधीक्षक हरिकिशोर राय ने बताया कि 29 मार्च को विक्टर इस जिले में एक अत्याधुनिक साइकिल से आया था, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। इसके बाद विक्टर को सदर अस्पताल में रखा गया है। राय कहते हैं कि उसे सिलीगुड़ी जाना है, लेकिन लॉकडाउन के कारण अनुमति नहीं दी जा सकती है।
रास्ते में सामान और पासपोर्ट हो गया चोरी
इधर, विक्टर अब यहां से निकलने को बेचैन हैं। हंगरी के निवासी विक्टर जीको धार्मिक पर्यटक हैं। वे 8 फरवरी को भारत आए थे, जिसके बाद उन्होंने पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की यात्रा अपनी हाईटेक साइकिल से की। छपरा में उनकी कोरोना की जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। सदर अस्पताल, छपरा के 6 बेड वाले वार्ड में फिलहाल अकेले रह रहे विक्टर का लैपटॉप, मोबाइल, पासपोर्ट, नकद राशि, कपड़े अप्रैल माह में चोरी हो गए थे, जिसके बाद छपरा पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उनका सामान बरामद कर लिया, लेकिन पासपोर्ट सुरक्षित नहीं बरामद कर सकी।
लॉकडाउन के कारण नहीं मिल रही अनुमति
पुलिस अधीक्षक राय कहते हैं कि आरोपी ने इसके पासपोर्ट को जला दिया था। पुलिस अधीक्षक हालांकि बताते हैं कि उनका डुप्लिकेट पासपोर्ट मंगवा दिया गया है। राय भी स्वीकार करते हैं कि विक्टर एक पर्यटक हैं और अपनी साइकिल से ही यहां से सिलीगुड़ी जाने के लिए बेचैन हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में पर्यटन पर पाबंदी के कारण अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके लिए विदेश मंत्रालय से भी निर्देश मांगा गया है।
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तेजस्वी यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये की बात
इधर, बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी विक्टर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की और मदद का भरोसा दिलाया। तेजस्वी ने विक्टर से बात करने वाला वीडियो अपने ट्विटर पर भी शेयर किया है। इस वीडियों में विक्टर कहते हैं, "एक स्वस्थ्य आदमी को अस्पताल में लेकर आए हैं। स्वस्थ हालत में इतने दिनों तक अस्पताल में रहना कैसा होता है? मुझे अब फ्री कर दीजिए।"
तेजस्वी ने दिया मदद का आश्वासन
इस वीडियो के साथ तेजस्वी ने लिखा, "हंगरी के नागरिक विक्टर जीको से बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके अलावा जिला प्रशासन को उन्हें बेहतर खाना और रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्हें रीलोकेट करने के लिए क्या बेहतर किया जा सकता है, यह जानने के लिए शीर्ष अधिकारियों से बात की। हमारे अतिथि हमारी जिम्मेदारी हैं।"
-आईएएनएस