बाजार में रिकवरी, सेंसेक्स 996 अंक मजबूत, निफ्टी में 285 अंक की तेजी
मंगलवार को सेंसेक्स ने शुरुआती बढ़त गंवा दी और 63 अंक के नुकसान के साथ बंद हुआ. वहीं, बुधवार को बड़ी बढ़त दर्ज की गई.
- बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में दिखी बड़ी बढ़त
- सेंसेक्स में 996 अंक बढ़त, निफ्टी 286 अंक मजबूत
वैश्विक स्तर पर बढ़ रहे तनाव और कोरोना के मामलों के बीच भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. इस सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी बुधवार को सेंसेक्स की शुरुआत करीब 120 अंकों की मजबूती के साथ हुई और यह 30,700 अंक के पार पहुंच गया. इसी तरह, निफ्टी करीब 60 अंक मजबूत होकर 9,050 अंक के पार कारोबार करता दिखा.
हालांकि, कुछ ही मिनटों में सेंसेक्स और निफ्टी ने ये बढ़त गंवा भी दी और लाल निशान पर कारोबार करने लगा. लेकिन दोपहर बाद एक बार फिर रिकवरी दर्ज की गई. कारोबार के अंत में सेंसेक्स करीब 996 अंक मजबूत होकर 31 हजार 600 अंक के पार बंद हुआ. इसी तरह, निफ्टी ने भी 286 अंक की लंबी छलांग लगाई और 9300 अंक के स्तर को पार कर लिया.इस बीच, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को पांच पैसे की गिरावट के साथ 75.71 रुपये पर बंद हुआ.
कारोबार के दौरान सबसे अधिक तेजी बैंकिंग शेयरों में रही. बीएसई इंडेक्स पर एक्सिस बैंक में 13.46 फीसदी की बढ़त रही, जो टॉप गेनर रहा. आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी के शेयर में भी जबरदस्त तेजी रही.
मंगलवार को बाजार का हाल
आपको बता दें कि मंगलवार को भी बाजार में भारी उतार-चढ़ाव रहा. सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान एक समय 414.11 अंक तक चढ़ गया था, अंत में यह 63.29 अंक या 0.21 प्रतिशत के नुकसान से 30,609.30 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10.20 अंक या 0.11 प्रतिशत के नुकसान से 9,029.05 अंक पर बंद हुआ. इससे एक दिन पहले यानी सोमवार को ईद की वजह से बाजार बंद था.
अमेरिका-चीन तनाव का असर?
शेयर बाजार के जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में अमेरिका और चीन में बढ़ते तनाव का असर भारतीय शेयर बाजार पर दिख सकता है. आपको बता दें कि चीन और अमेरिका के बीच कोरोना को लेकर जुबानी जंग तेज हो गई है. इस बीच, हांगकांग के मसले पर भी अमेरिका सख्त नजर आ रहा है.
क्या है मामला?
दरअसल, हांगकांग पर अपना प्रभुत्व जताने वाला चीन एक नया कानून लाया है, जिसे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का नाम दिया गया है. इस कानून का हांगकांग में बड़े स्तर पर विरोध हो रहा है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा कि हांगकांग में जो चीन कर रहा है वो ठीक नहीं है, हम जल्द ही इसपर कोई फैसला लेंगे.
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डोनाल्ड ट्रंप के मुताबिक हम बहुत पावरफुल जवाब देंगे. ट्रंप के इस बयान के बाद चीन की कड़ी प्रतिक्रिया आने की आशंका है. इन हालातों का भारत समेत ग्लोबली शेयर बाजार पर बुरा असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है.