दिल्ली के मशहूर प्राइवेट स्कूलों ने 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
by वरिष्ठ संवाददाता,नई दिल्लीकोरोना से बचाव के तहत बंदी जारी है। इस बीच दिल्ली के प्रतिष्ठित निजी स्कूलों ने अपने 200 कर्मियों को अचानक पदमुक्त कर दिया। इससे उनके सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। कर्मचारियों ने उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है। उपमुख्यमंत्री को इस संबंध में ई मेल के माध्यम से भेजी गई शिकायत में कर्मचारियों ने कहा है कि वह दिल्ली के वसंत कुंज स्थित स्कूल से संबद्ध हैं। स्कूल ने ड्राइवर, कंडक्टर, हाउसकीपिंग स्टाफ और आया समेत 200 कर्मचारियों को अचानक पदमुक्त कर दिया है। इसमें से ऐसे कई कर्मी हैं, जो पिछले 10 सालों से वहां काम कर रहे थे। पत्र में स्कूल प्रशासन पर आरोप लगाया गया है कि स्कूल की तरफ से कोई सूचना नहीं दी गई। सुबह सभी को स्कूल बुलाया गया और पदमुक्त करने का पत्र थमा दिया गया।
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि पदमुक्त करने का जो पत्र दिय गया है, उसमें मार्च की तारीख डाली गई है। उन्होंने कहा है कि एक ओर जब कोरोना के चलते सभी परेशान हैं और सरकार का निर्देश है कि किसी कर्मी को नौकरी से न निकाला जाए, इसके बावजूद स्कूल ने नियमों को ताक पर रखकर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। अचानक नौकरी जाने से मुश्किलें टूट पड़ी हैं।
इस मामले में स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी का कहना है कि जिन कर्मियों को निकाला गया है वे स्कूल के रोल पर नहीं थे, बल्कि कांट्रेक्टर के माध्यम से काम कर रहे थे। स्कूल की तरफ से किसी को नहीं निकाला गया है बल्कि कॉंट्रेक्टर का कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया गया है।