कोरोना के जाते ही नॉनवेज पर टूट पड़े चीनी लोग! पोर्क इम्पोर्ट में 170 फीसदी की बढ़त
चीन पोर्क यानी सुअर के मांस का दुनिया में सबसे बड़ा उपभोक्ता है. वहां कोरोना का प्रकोप कम होते ही मांस की खपत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. कोरोना की वजह से बाकी देशों में पोर्क काफी सस्ता हो गया है. इसी वजह से चीन में लोग इसका भंडारण करने लगे हैं.
- कोरोना कम होने के बाद चीन में बढ़ गई मांस की मांग
- अप्रैल महीने में वहां पोर्क का रिकॉर्ड आयात हुआ है
- चीन में अमेरिका से बड़ी मात्रा में आता है पोर्क
चीन में कोरोना का प्रकोप कम होते ही मांस की खपत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. अप्रैल महीने में चीन में पोर्क के आयात में 170 फीसदी की बढ़त हुई है.अकेले अप्रैल महीने में यहां पोर्क का आयात रिकॉर्ड 4 लाख टन का हुआ है.
मांस आयात में लगातार बढ़त
गौरतलब है कि चीन दुनिया में पोर्क यानी सुअर के मांस का दुनिया में सबसे बड़ा उपभोक्ता है. असल में कोरोना की वजह से बाकी देशों में पोर्क काफी सस्ता हो गया है. इसी वजह से चीन में लोग इसका भंडारण करने लगे हैं. इस साल के पहले चार महीनों में चीन में कुल मांस का आयात 54 फीसदी बढ़कर 6.8 लाख टन तक पहुंच गया.
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न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इस साल के पहले चार महीनों में चीन ने 13.5 लाख टन पोर्क का आयात किया था, जो कि एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 170.4 फीसदी ज्यादा है. चीन के घरेलू बाजार में उत्पादन कम होने से पोर्क का रेट ज्यादा है, इसलिए इसके आयात पर जोर दिया जा रहा है.
घरेलू बाजार में ज्यादा है कीमत
असल में चीन में इसके पहले घातक अफ्रीकन स्वाइन फीवर रोग फैलने की वजह से सुअरों की संख्या में करीब 40 फीसदी की गिरावट आ गई थी और पोर्क का उत्पादन कम हो गया था. इसकी वजह से पोर्क की कीमत रिकॉर्ड उंचाई पर पहुंच गई. पोर्क चीन के लोगों का पसंदीदा मीट है.
अमेरिका है बड़ा निर्यातक
इसके पहले चीन अमेरिका जैसे कई विदेशी बाजारों से पोर्क खरीदता रहा है. अमेरिका में दुनिया में सबसे सस्ता पोर्क मिलता है. लेकिन कोरोना के प्रसार की वजह से चीन में मांग में कमी आ गई थी. इस साल फरवरी से चीनी बाजार में भी पोर्क की कीमत में लगातार गिरावट आई है.
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अमेरिकी एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अनुसार, जनवरी से मार्च के बीच चीन को अमेरिकी पोर्क निर्यात में भी रिकॉर्ड बढ़त हुई है. गौरतलब है कि दिसंबर, 2019 में कोरोना वायरस की शुरुआत चीन में ही हुई थी, जब वुहान प्रांत में ये मामला सामने आया था. उसके बाद से लगातार चीन में हजारों केस सामने आए और सैकड़ों ने अपनी जान गंवाईं. चाइना ग्लोबल टेलीविज़न नेटवर्क (CGTN) के अनुसार, मार्च के मध्य के बाद से ही चीन में कोरोना वायरस के मामले लगातार घटे हैं.