चीन से तनाव के बीच ऑपरेशनल होगी IAF की 18 स्क्वाड्रन 'फ्लाइंग बुलेट'25 May 2020, 08:431 / 7लद्दाख में सीमा पर भारत-चीन सेना में चल रहे तनाव के बीच वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया 27 मई को एयरफोर्स की 18 स्क्वाड्रन 'फ्लाइंग बुलेट' का परिचालन शुरू करेंगे. (तस्वीर- ट्विटर/@IAF_MCC)2 / 7इस कार्यक्रम का आयोजन कोयम्बटूर के पास सुलूर एयरफोर्स स्टेशन पर किया जाएगा. यह स्क्वाड्रन LCA तेजस विमान से लैस होगी. तेजस को उड़ाने वाली वायुसेना की यह दूसरी स्क्वाड्रन होगी.3 / 7एयरफोर्स स्क्वाड्रन 18 का गठन 15 अप्रैल 1965 को आदर्श वाक्य 'तीव्र और निर्भय' के साथ किया गया था. यह स्क्वाड्रन 15 अप्रैल 2016 से पहले मिग 27 विमान उड़ा रही थी. स्क्वाड्रन को इस साल 1 अप्रैल को सुलूर में फिर से शुरू किया गया था. (तस्वीर- ट्विटर/@IAF_MCC)4 / 7इस स्क्वाड्रन ने पाकिस्तान के साथ 1971 के युद्ध में सक्रिय रूप से भाग लिया था और मरणोपरांत फ्लाइंग ऑफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों को सर्वोच्च वीरता पुरस्कार 'परमवीर चक्र' से सम्मानित किया गया था. इस स्क्वाड्रन ने श्रीनगर में डिफेंडर्स ऑफ़ कश्मीर वैली ’का पहला ग्राउंड बनाया और इसे संचालित किया. (तस्वीर- ट्विटर/@IAF_MCC)5 / 7बता दें कि तेजस एक स्वदेशी चौथी पीढ़ी का टेललेस कंपाउंड डेल्टा विंग लड़ाकू विमान है. यह फाइटर जेट फ्लाई-बाय-वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम, एकीकृत डिजिटल एवियोनिक्स, मल्टीमॉड रडार से लैस है. यह चौथी पीढ़ी के सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों के अपने समूह में सबसे हल्का और सबसे छोटा विमान है. (तस्वीर- ट्विटर/@IAF_MCC)6 / 7बीते दिनों लद्दाख के अलावा सिक्किम में भी सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प की घटना सामने आई थी जिसके बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ गया था.7 / 7माना जा रहा है कि कोरोना वायरस की महामारी को लेकर चीन वैश्विक स्तर पर घिरा हुआ है. ऐसे में कूटनीतिक दबाव झेल रहा चीन दुनिया का ध्यान अब सीमा विवाद की ओर शिफ्ट करना चाह रहा है.