चीनी राष्ट्रपति की पत्नी पेंग को गुडविल एम्बेसेडर बनाने के बाद भी WHO ने उनकी पहचान क्यों छिपायी ?

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नई दिल्ली। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पत्नी पेंग लियुआन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वेबेसाइट पर गुडविल एम्बेसेडर के रूप में आज भी सूचीबद्ध हैं। लेकिन हैरानी की बात ये है कि WHO की वेबसाइट पर पेंग का परिचय एक लोकगायिका के रूप में दिया गया है। उनके विवरण में इस बात को छिपा लिया गया है कि वे चीन के राष्ट्रपति की पत्नी हैं। WHO ने उन्हें पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के चीनी गीत और नृत्य विभाग का हेड बताया है। पेंग चीन की 'फर्स्ट लेडी’ हैं, इस बात को क्यों छिपाया गया ? इस सवाल की अहमियत इस लिए बढ़ गयी है क्यों कि WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम ग्रैब्रियसस पर चीन समर्थक होने का आरोप लगा है। टेड्रोस खुद साम्यवादी रहे हैं और वे कोरोना विवाद में साम्यवादी चीन की तारीफ करते रहे हैं। क्या जानबूझ कर पेंग के बारे में अधूरी जानकारी दी गयी है ?

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चीनी राष्ट्रपति का पत्नी की पहचान क्यों छिपायी ?

चीनी राष्ट्रपति की पत्नी पेंग लियुआन को पहली बार WHO का गुडविल एम्बेसेडर (सद्भावना राजदूत) 2011 में तब बनाया गया था जब चीन की मशहूर डॉक्टर मारग्रेट चान इस संस्था की महानिदेशक थीं। मारग्रेट चान 2006 से 20017 तक WHO की महानिदेशक रहीं थीं। डॉ. मारग्रेट चान चूंकि चीन से ताल्लुक रखती थीं इसलिए उन्होंने पेंग को सद्भवना राजदूत बना दिया। पेंग को टीबी और एड्स की बीमारी से बचाव के लिए दुनिया भर में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी दी गयी। डॉ. मारग्रेट के बाद इथोपिया के टेड्रोस एडनॉम WHO के महानिदेशक बने। उन्होंने पेंग के पद को बरकरार रखा। पेंग को जब दोबारा सद्भावना राजदूत बनाया गया तो उनकी प्रोफाइल अपडेट नहीं की गयी। पेंग की पहचान अब लोकगायिका से अधिक राष्ट्रपति की पत्नी के रूप में है। वे राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पत्नी बनने से पहले चीन की मशहूर गायिका थीं। चीन या दूसरे देशों में उनके व्यक्तित्व का प्रभाव इसलिए पड़ेगा क्यों कि वे चीन की फर्स्ट लेडी हैं। किसी भी ब्रांड एम्बेसेडर की व्यक्तिगत खूबियों का अधिक से अधिक जिक्र किया जाता है ताकि वह लोगों पर व्यापक प्रभाव डाल सके। लेकिन टेड्रोस एडनॉम ने क्यों पेंग जैसी बड़ी शख्सियत की पहचान केवल गायिका के रूप में ही बताना बेहतर समझा ? इसकी वजह से WHO की निष्पक्षता और पारदर्शिता सवालों के घेरे में आ गयी है।

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पेंग लियुआन की पृष्ठभूमि

ये सच है कि पेंग लियुआन चीन की मशहूर लोकगायिका रही हैं। शी जिनपिंग से शादी के पहले वे स्टार सिंगर थीं। 14 साल की उम्र में ही उन्होंने चीनी लोक संगीत की शिक्षा शुरू कर दी थी। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कई संगीत प्रतियोगिताएं जीतीं। जब उन्होंने चीनी नये साल के मौके पर सेंट्ल चाइना टेलीविजन पर अपना कार्यक्रम पेश किया तो उनकी धूम मच गयी। वे पूरे चीन में एक लोकप्रिय गायिका के रूप में मशहूर हो गयीं। फिर वे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में कला और सांस्कृतिक योद्धा के रूप में शामिल हो गयीं। पेंग की शी जिनपिंग से पहली मुलाकात 1986 में हुई थी। एक मित्र के माध्यम से दोनों मिले थे। पेंग उस समय चीन की स्टार सिंगर थीं जब कि जिनपिंग शियामेन शहर के डिप्टी मेयर थे। जिनपिंग का उस समय अपनी पत्नी से तलाक हो चुका था। पेंग उनसे 12 साल छोटीं थीं। लेकिन इसके बावजूद दोनों में मित्रता हो गयी। फिर दोनों ने शादी करने का फैसला किया। मातपिता से सहमति मिलने के बाद 1987 में पेंग लियुआन ने शी जिनपिंग से शादी कर ली। पेंग, जिनपिंग की दूसरी पत्नी हैं।

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पेंग लियुआन के विवाद

जून 1989 में चीन के बीजिंग स्थित थियानमेन चौक पर लोकतंत्र बहाल करने के समर्थन में एक विशाल प्रदर्शन हुआ था। चीन की निरंकुश साम्यवादी सरकार ने इस आंदोलन को टैंकों और गोलियों से कुचल दिया था। चीन में ब्रिटेन के तत्कालीन राजदूत एलन डोनाल्ड के मुताबिक चीनी सेना के इस दमनचक्र में करीब 10 हजार लोग मारे गये थे। तब चीनी सरकार ने केवल 200 लोगों के मारे जाने की बात कही थी। उस समय पेंग लियुआन चीनी सेना के कला जत्था में शामिल थीं। चीनी सेना में उन्हें मेजर जनरल का रैंक हासिल है। तस्वीरों के मुताबिक पेंग ने सैनिक वर्दी पहन कर उन चीनी सैनिकों की हौसलाअफजायी के लिए गीत गाये थे जिन्होंने लोकतंत्र समर्थकों को गोलियों से छलनी किया था। इस घटना से जुड़ी पेंग की तस्वीरें भी थीं। अगर ऐसी अतीत वाली महिला को संयुक्त राष्ट्र की संस्था में रखा गया है तो एक नया विवाद खड़ा हो सकता है। WHO के मौजूदा महानिदेशक टेड्रोस 2017 में उस समय भी विवादों में घिर गये थे जब उन्होंने जिम्बाब्वे के तानाशाह रोबर्ट मुगाबे को गुडविल एम्बेसेडर बनाया था। जिम्बाब्वे के तत्कालीन राष्ट्रपति मुगाबे निरंकुश शासन के प्रतीक थे। जब उनको संयुक्त राष्ट्र की संस्था में पद दिया गया तो दुनियाभर में इसका विरोध हुआ। भारी विरोध के कारण टेड्रोस को अपना फैसला वापस लेना पड़ा था। तो क्या पेंग का विवाद भी टेड्रोस की मुश्किलें बढ़ाएगा ?

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