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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (फोटो-PTI)

MP के बजट पर चली कैंची, कमलनाथ सरकार फाइव स्टार होटल में नहीं करेगी कोई प्रोग्राम

केंद्रीय बजट में कटौती के बाद मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार सतर्क हो गई है. राज्य सरकार ने इस वित्तीय वर्ष के बचे हुए 2 महीनों के लिए महंगे आयोजनों और बड़े खर्चों से परहेज करने का फैसला किया है.

मोदी सरकार से बजट में मिले झटके का असर अब कमलनाथ सरकार पर दिखना शुरू हो गया है. खुद के खर्चों में कटौती कर अब कमलनाथ सरकार इस बचे हुए वित्तीय वर्ष में अपनी माली हालात को खराब होने से बचाने की जुगत में लग चुकी है.

पिछले दिनों केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट के बाद मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार की परेशानी बढ़ गई है. हालात ये हैं कि सरकार ने इस वित्तीय वर्ष के बचे हुए 2 महीनों के लिए महंगे आयोजनों और बड़े खर्चों से तौबा कर ली है.

अपनी माली हालत को खराब होने से बचाने के लिए कमलनाथ सरकार ने तय किया है कि अगले 2 महीने तक किसी भी महंगे होटल में कोई सरकारी आयोजन, सेमिनार या कोई अन्य कार्यक्रम नहीं किया जाएगा. यही नहीं, सभी सरकारी विभागों को भी हिदायत दी गई है कि अगले 2 महीने कोई नई सरकारी गाड़ी न खरीदी जाए.

सरकार का आरोप है कि मोदी सरकार ने बजट में मध्य प्रदेश को मिलने वाले करीब 14 हजार 500 करोड़ रुपये की जो कटौती की है उसे देखते हुए ये फैसला लिया गया है. प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने 'आजतक' से कहा कि 'फाइव स्टार होटल पर पैसा खर्च करने से क्या मतलब है? हमारी सरकार कम खर्च में काम चलाएगी. हमारा प्रयास है कि फिजूलखर्ची खत्म हो. केंद्र सरकार ने 14000 करोड़ रुपये से ज्यादा पैसा काट लिया है तो खर्च कम करेंगे. फाइव स्टार की जरूरत क्या है, हमारा अपना पलाश होटल बढ़िया है वहां कार्यक्रम करेंगे'.

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सरकार भले ही अपने खर्चे में कटौती कर कड़े वित्तीय प्रबंधन का दावा कर रही है लेकिन बीजेपी को इसमे भी झोल नजर आ रहा है. बीजेपी आरोप लगा रही है कि सरकार सिर्फ जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए ये सब कर रही है जबकि मार्च में वो आईफा पर करोड़ों रुपये खर्च करने जा रही है.

पैसे नहीं तो आईफा का आयोजन क्यों : बीजेपी

बीजेपी का कहना है कि जब पैसे नहीं हैं तो कमलनाथ सरकार आईफा का आयोजन क्यों करवा रही है? 'आजतक' से बात करते हुए पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि 'आईफा के ब्रांड के लिए आप करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हो. हीरो-हीरोइनों को बुला कर आप यहां पर डांस कराओगे और जनता को बताने के लिए कह रहे हो कि हम बड़े-बड़े होटलों में कार्यक्रम नहीं करेंगे. यह केवल और केवल हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ और हैं.'

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उन्होंने कहा, 'संबल योजना आपने बंद कर दी, बेटियों की शादी के आप पैसे नहीं दे रहे, अतिथि विद्वान, अतिथि शिक्षक पिछले 60-70 दिनों से धरने पर बैठे हैं उनकी तरफ आप ध्यान नहीं दे रहे. अगर आपको पैसा बचाना है तो जेट हवाई जहाज खरीदने के लिए जो करोड़ों रुपये का प्रस्ताव आपने बजट में रखा है उसको रोक लो, बंगले पर ऐशो आराम के लिए जो पैसे लगा रहे हैं उसको रोक दो. पैसा बचाना चाहते हो तो आईफा भी मत कराओ'.

बजट पेश होने के कुछ देर बाद ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बयान जारी कर कहा था कि केंद्र ने मध्य प्रदेश के अंश में भारी कटौती कर दी है और अब खर्चों में कटौती का ऐलान कर सरकार ने साफ कर दिया है कि केंद्र से बार-बार पैसे की मांग से ज्यादा बेहतर, खर्चों में कटौती कर अगले दो महीने निकाल लिए जाएं. हालांकि खर्च में कटौती से सरकार की किसान कर्ज माफी योजना, छात्रों की स्कॉलरशिप और गरीबों के लिए चलाई जा रही योजनाओं को इससे दूर रखा गया है.