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थोक मूल्य सूचकांक: प्याज की कीमतों में 293 फीसद उछाल से बढ़ी महंगाई, जनवरी में बढ़कर 3.1 प्रतिशत हुई दर

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प्याज और आलू जैसे खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर जनवरी में बढ़कर 3.1 प्रतिशत हो गई, जबकि पिछले महीने 2.59 प्रतिशत थी। वहीं मासिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित वार्षिक मुद्रास्फीति एक साल पहले (जनवरी 2019) इसी महीने के दौरान 2.76 प्रतिशत थी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक खाद्य पदार्थों की मूल्य वृद्धि की दर जनवरी के दौरान 11.51 प्रतिशत रही, जो एक महीने पहले 2.41 प्रतिशत थी, जबकि गैर-खाद्य पदार्थों के लिए यह दिसंबर में 2.32 प्रतिशत से लगभग तीन गुना बढ़कर 7.8 प्रतिशत हो गई।

महंगाई के लिए प्याज-आलू जिम्मेदार

मुख्य रूप से प्याज की कीमतों में 293 प्रतिशत की उछाल देखी गई। इस कारण सब्जियों की कीमतों में 52.72 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके बाद आलू ने भी लोगों को बहुत रुलाया। इसकी कीमतों में 37.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

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इस सप्ताह की शुरुआत में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में छह साल के उच्चतम 7.59 प्रतिशत के करीब पहुंच गई, जो मुख्य रूप से बढ़ती सब्जी और खाद्य पदार्थों की कीमतों के कारण भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा तय सीमा को पार कर गई। यह मई 2014 के बाद से मुद्रास्फीति की उच्चतम दर है, उस समय यह 8.33 प्रतिशत थी। पिछले सप्ताह, आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की समीक्षा में ब्याज दरों को नहीं बढ़ाते हुए 5.15 प्रतिशत ही रखा था।

खुदरा मुद्रास्फीति दर छह साल के टॉप पर

लगातार दूसरे महीना सब्जियां, दालें और मांस, मछली जैसे खाने-पीने के सामान महंगा होने से खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 7.59 प्रतिशत पर पहुंच गई। खुदरा मुद्रास्फीति का यह साढ़े पांच साल का उच्च स्तर है। इससे पहले मई 2014 में यह 8.33% थी।

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सरकारी आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर 2019 में 7.35% रही थी और पिछले साल जनवरी महीने में यह 1.97 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति में यदि खाद्य मुद्रास्फीति की बात की जाए तो जनवरी, 2020 में यह 13.63% रही, जबकि एक महीने पहले दिसंबर, 2019 में यह 14.19% थी। हालांकि, जनवरी 2019 में इसमें 2.24% की गिरावट दर्ज की गई थी।