बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स को विदेशी कर रहे पसंद
by भागलपुर, वरीय संवाददाताविश्व भर में संरक्षित खेती को बढ़ावा मिलता देख बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि की ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स (मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स 'मूक') में पिछले एक साल में भारतीयों सहित विदेशियों की रुचि भी काफी तेजी से बढ़ी है।
बीएयू द्वारा जून 2019 में चलाए गए डेढ़ महीने के 'एग्री स्टार्टअप' कोर्स में भारत के अलावा दो देशों के करीब दो दर्जन लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था तो वहीं 12 फरवरी को 'संरक्षित कृषि' विषय पर शुरू नए कोर्स में भारत छोड़ 40 देशों के 500 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जबकि अभी आगे रजिस्ट्रेशन होना बाकी है।
जलवायु परिवर्तन विश्व भर में समस्या बनी हुई है और उसके प्रभावों से बचने के लिए संरक्षित खेती एक विकल्प के रूप में है। इसी को देखते बीएयू और अंतर्राष्ट्रीय मक्का एवं गेहूं सुधारक केन्द्र बांग्लादेश (सिमिट) के सहयोग से 'संरक्षित कृषि' पर यह कोर्स तैयार किया गया है जिसे भारतीयों के साथ विदेशियों द्वारा पंसद किया जा रहा है। कोर्स समन्वयक डॉ. रामदत्त ने कहा कि विदेशियों की रुचि का कारण है कि जलवायु परिवर्तन विश्वस्तरीय समस्या है और उससे बचने के लिए संरक्षित खेती एक मात्र विकल्प है। इसके लिए यह कोर्स काफी कारगर होगा। खास बात है कि विदेशियों को देखते हुए यह कोर्स हिन्दी के साथ अंग्रेजी में भी तैयार किया गया है।
संरक्षित खेती में कम से कम जुताई, फसल अवशेष का खेतों में ही उपयोग और फसल चक्र को बनाए रखते हुए खेती करना होता है। जलवायु अनुकूल खेती को इससे बढ़ावा मिलेगा।
हिन्दी और अंग्रेजी में चल रहा एजी मूक्स पोर्टल
जानकारी हो कि आईआईटी कानपुर और कॉमनवेल्थ ऑफ लर्निंग कनाडा के सहयोग से यह 'एजी मूक्स' नामक पोर्टल चलाया जा रहा है। इसमें कोई भी रजिस्ट्रेशन करा सकता है। यह हिन्दी और अंग्रेजी में चलाया ज रहा है। पिछली बार के कोर्स में लगभग छह हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन कोर्स शुरू होने तक मात्र तीन हजार लोगों ने ही रजिस्ट्रेशन कराया था। वहीं इस बार के कोर्स में कोर्स शुरू होने के दूसरे दिन तक चार हजार से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है और कुल इसमें 10 हजार से ज्यादा लोगों के रजिस्ट्रेशन कराने का अनुमान है। कोर्स के नोडल ऑफिसर डॉ. आरएन सिंह है। कोर्स तैयार करने वालों में डॉ. रामदत्त के अलावा डॉ. संजय और डॉ. महेश गठाला हैं।
कैसे करेंगे सर्टिफिकेट कोर्स
छह सप्ताह के इस नि:शुल्क कोर्स में 30 वीडियो, 30 ऑडियो और 30 ट्रांस्कृप्ट है। इसमें से कम से कम 70 फीसदी वीडियो देखने वाले और इससे संबंधित पूछे गए सवालों के कम से कम 70 फीसदी सही जवाब देने वाले को ही दक्षता सर्टिफिकेट दिया जाता है। यह कोर्स हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में चलाया जाता है। जो कोर्स शुरू होने के कुछ दिन बाद भी रजिस्ट्रेशन करा सकता है। वैसे लोग जो न्यूनतम 50 फीसदी वीडियो देखेंगे और किसी एक क्विज में न्यूनतम 40 फीसदी नंबर लाएंगे उन्हें सहभागिता प्रमाणपत्र मिलेगा।
इससे विश्व पटल पर बीएयू की पहचान बनेगी। इससे आगे आनेवाले समय में और नए कोर्स लाए जाएंगे। - डॉ. एके सिंह, कुलपति, बीएयू सबौर