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नक्सलियों के खात्मे के लिए बिहार के इस जिले में खुलेंगे दो पुलिस कैंप, भेजा प्रस्ताव

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डीआईजी मनु महाराज ने जमुई, मुंगेर और लखीसराय जिले में नक्सलियों पर लगाम लगाने को लेकर जमुई के गुरमाहा और चोरमारा में पुलिस कैंप खोलने का प्रस्ताव दिया है।

जनवरी में भारत सरकार के चीफ सिक्युरिटी एडवाइजरी (आईपीएस) विजय कुमार को बिहार के गया जिले में हुई बैठक के दौरान डीआईजी ने बताया कि यदि  गुरमाहा और चोरमारा में कैंप स्थापित जाता है, तो निश्चित तौर पर मुंगेर रेंज से नक्सलियों का खात्मा हो जाएगा। इसपर चीफ सिक्युरिटी एडवाइजरी ने कैंप खोलने को लेकर सरकार से चर्चा करने की बात कही।

बता दें कि चोरमारा गांव जमुई और लखीसराय जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थापित है। जहां नक्सली आसानी से किसी तरह के वारदात को अंजाम देने की योजना बनाते हैं। इतना ही नहीं वहां उनकी हमेशा मौजूदगी भी रहती है। उसका सबसे बड़ा कारण यह है कि चोरमारा गांव में कई बड़े नक्सलियों का घर है। इनमें अर्जुन कोड़ा, रामेश्वर कोड़ा, बालेश्वर कोड़ा, भुवनेश्वर कोड़ा सहित कई नक्सली हैं। सूत्रों के अनुसार नक्सलियों का बड़ा नेता परवेज दा गुरमाहा और चोरमारा में काफी सक्रिय रहता है। 

डीआईजी ने बताया कि गुरमाहा और चोरमारा में नक्सलियों के अधिक सक्रिय होने की सूचना मिलती रहती है। इन क्षेत्रों में लगातार अंतराल पर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ कार्रवाई भी की जाती है। लेकिन कार्रवाई के दौरान किसी तरह की नक्सली गतिविधि की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों द्वारा नहीं दी जाती है। इसी कारण गुरमाहा और चोरमारा में नक्सली कैंप खुल जाता है तो नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करने में काफी आसानी होगी।