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WHO ने किया आगाह, सीमाओं को बंद करने से कोरोना वायरस और तेजी से बढ़ सकता है

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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार (31 जनवरी को आगाह किया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सीमाओं को बंद करना संभवत: कारगर नहीं होगा बल्कि इससे और तेजी से विषाणु फैल सकता है। डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता क्रिश्चियन लिंडमीयर ने पत्रकारों से कहा कि अगर आप आधिकारिक रूप से सीमा बंद कर देते हैं तब आप लोगों पर नजर रखने (सीमा पार करने वालों)की व्यवस्था से चूक जाते हैं।

डब्ल्यूएचओ ने गुरुवार (30 जनवरी) को वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति की घोषणा की थी, लेकिन कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय व्यापार या यात्रा प्रतिबंध की अनुशंसा नहीं करता और पहले ही इस तरह के कदम उठाने वाले देशों से फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की। उल्लेखनीय है कि कई देशों ने चीन को जोड़ने वाली उड़ानों को रोक दिया है और कोरोना वायरस के केंद्र बने हुबेई प्रांत के वुहान से आने वाले लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।

हालांकि, लिंडमीयर ने चेतावनी दी कि सीमा बंद कर और चीन से आने वाले लोगों को रोककर विषाणु प्रसार रोकने का प्रयास करने वाले देशों पर इसका विपरीत असर हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह तार्किक कदम हो सकता है कि खतरा बाहर से आ रहा है और इसलिए हम खुद को बंद कर लें, लेकिन दूसरे नजरिए से देखें चाहे इबोला हो या अन्य मामले लोग यात्रा करना चाहते हैं... अगर आधिकारिक रास्ते नहीं खुले हैं तो वे अनधिकृत रास्ते को अपनाते हैं।

लिंडमीयर ने कहा कि इसे नियंत्रित करने का एक ही तरीका है जांच, उदाहरण के लिए बुखार, लोगों के यात्रा के बारे में जानकारी लें और सीमा पार कर आने वालों की निगरानी करें और देखे कि अधिकृत रास्ते से आने वालों में संक्रमण के लक्षण तो नहीं है। उन्होंने कहा, ''यह बड़ा कारण है सीमाओं को खुले रखने के लिए।"