'ब्रीफकेस' या 'बही-खाता', वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दूसरी बार किसमें पेश करेंगी बजट
by Akarsh Shuklaनई दिल्ली। देशभर की नजरें संसद में कल पेश होने वाले मोदी सरकार के दूसरे बजट पर होगी जिसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करने वाली हैं। बजट को लेकर देश की जनता को मोदी सरकार से बड़ी उम्मीदें हैं। इसके साथ ही एक और चर्चा शुरू हो गई है कि इस बार का बजट के दस्तावेज वित्त मंत्री ब्रीफकेस में प्रस्तुत करेंगी या पिछली बार की तरह बही-खाता लेकर आएंगी। बता दें कि पहला बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री सीतारमण ने दशकों से चली आ रही परंपरा को तोड़ा था।
पहले बजट में तोड़ी परंपरा
वित्त मंत्री निर्माल सीतारमण ने जुलाई 2019 में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया था। इस दौरान वित्त मंत्री ने दशकों पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए बजट के दस्तावेज ब्रीफकेस में न ले जाकर बल्कि बही-खाता में लेकर संसद पहुंची थीं। पिछले वर्ष कपड़े में लिपटे बजट को बही-खाता का नाम दिया था। लाल रंग के बही-खाते पर भारत का राष्ट्र चिन्ह बना हुआ था और लाल-पीले रंग के फीते से उसे बांधा गया था।
निर्माल सीतारमण ने बताई थी ये वजह
संसद में पहला बजट पेश करने के बाद निर्माल सीतारमण ने बताया कि उन्होंने दशकों से चली आ रही परंपरा को तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि अब से पहले के वित्त मंत्री ब्रीफकेस में बजट के दस्तावेज लेकर संसद पहुंच रहे थे, हालांकि भारतीय परंपरा में ब्रीफकेस का कोई गहरा नाता नहीं है। सीतारमण ने बताया कि ब्रीफकेस की कोई परंपरा न होने की वजह से वह लाल कपड़े के बही-खाते में बजट की कॉपियां लेकर संसद पहुंची थीं।
इस बार भी बही-खाता में पेश कर सकती हैं बजट
वित्त मंत्री निर्माल सीतारमण को करीब से जानने वालों का कहना है कि वह बही-खाते में ही दूसरा बजट पेश कर सकती हैं। इसके पीछे वजह यह है कि उन्होंने पहले बजट में कहा था कि उन्होंने दशकों पुरानी परंपरा तोड़ दी है। इससे यही पता चलता है कि वित्त मंत्री पुरानी परंपरा के अनुसार ब्रीफकेस में बजट की कॉपियां लेकर नहीं जाएंगी।
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