आर्थिक सर्वे: अर्थव्यवस्था ग्रोथ में बाधा बन रहा इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी, 1.4 ट्रिलियन डॉलर खर्च करने की आवश्यकता

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नई दिल्ली। बजट से एक दिन पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। मोदी सरकार के सपने 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है। संसद में चर्चा के दौरान कहा गया कि आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भारत को वित्त वर्ष 2015-20-2025 के दौरान बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर लगभग 1.4 ट्रिलियन डॉलर खर्च करने की आवश्यकता है।

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बता दें कि मोदी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए जीडीपी ग्रोथ को घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया। सरकार ने जीडीपी ग्रोथ रेट को 6.8% से घटाकर 6.1% कर दी। आपको बता दें कि साल 2018-19 के लिए सरकार ने जीडीपी ग्रोथ रेट 6.8% तय की थी, लेकिन अब उसे घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया गया है। गौरतलब है कि आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 के अनुसार अर्थव्यवस्था के लिए बुनियादी ढांचे में निवेश, बिजली की कमी, अपर्याप्त परिवहन और खराब कनेक्टिविटी समग्र विकास प्रदर्शन को प्रभावित करता है।

2024-2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी प्राप्त करने के लिए, भारत को बुनियादी ढांचे पर इन वर्षों में लगभग 1.4 ट्रिलियन डॉलर (100 ट्रिलियन) खर्च करने की आवश्यकता है ताकि बुनियादी ढांचे की कमी भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए बाधा न बने। बता दें आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि, सड़क परिवहन परिवहन का प्रमुख तरीका है। 2017-2018 में सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) में परिवहन क्षेत्र की हिस्सेदारी लगभग 4.77 प्रतिशत थी, जिसमें सड़क परिवहन का हिस्सा 3.06 प्रतिशत है, इसके बाद रेलवे (0.75 प्रतिशत), हवाई परिवहन (0.15 प्रतिशत) है।

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