बीसीसीआई / गांगुली के अध्यक्ष बनने के 100 दिन बाद नई क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी बनी; आरपी सिंह, मदन लाल और सुलक्षणा नाईक शामिल

by
https://i10.dainikbhaskar.com/thumbnails/730x548/web2images/www.bhaskar.com/2020/01/31/_1580476872.jpg
आरपी सिंह और मदन लाल। (फाइल फोटो)

Dainik Bhaskar

Jan 31, 2020, 07:08 PM IST

खेल डेस्क. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने शुक्रवार को क्रिकेट क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (सीएसी) का गठन कर दिया। कमेटी में पूर्व क्रिकेटर मदन लाल, रूद्र प्रताप सिंह (आरपी सिंह) और सुलक्षणा नाईक को शामिल किया गया है। सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के ठीक 100 दिन बाद यह कमेटी बनी है। गांगुली 23 अक्टूबर को अध्यक्ष बने थे। इससे पहले 12 जनवरी को खबर आई थी कि कमेटी में मदन लाल और सुलक्षणा नाईक के साथ गौतम गंभीर को शामिल किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस सीएसी का कार्यकाल 1 साल का होगा। यही कमेटी नई चयन समिति चुनेगी।

इससे पहले बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली ने 20 दिसंबर को कहा था कि दो दिन के अंदर में सीएसी का गठन हो जाएगा, लेकिन सीएसी के गठन में 42 दिन लग गए। चयन समिति के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद और सदस्य गगन खोड़ा का कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है। वहीं बाकी 3 सदस्यों जतिन परांजपे, सरनदीप सिंह और देवांग गांधी का कार्यकाल पूरा होने में 1 साल का वक्त बचा है।

मदन लाल 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम में थे
मदन लाल ने भारत के लिए 39 टेस्ट और 67 वनडे खेले थे। वे 1983 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे। संन्यास के बाद वे टीम इंडिया के कोच भी बने। वे सीनियर सिलेक्शन कमेटी में भी शामिल थे। दूसरी ओर, आरपी सिंह ने भारत के लिए 14 टेस्ट, 58 वनडे और 10 टी-20 खेले। वे महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2007 टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे। वहीं, सुलक्षणा नाईक ने दो टेस्ट, 46 वनडे और 31 टी-20 खेले थे।

बीसीसीआई हितों के टकराव के चलते अब तक सीएसी का गठन नहीं कर पाई
बीसीसीआई हितों के टकराव के चलते अब तक क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी का गठन अब तक नहीं कर पाई थी। बोर्ड अध्यक्ष का पद संभालने के बाद खुद गांगुली ने भी कहा था, ‘‘हितों के टकराव के चलते ही कई क्रिकेटर एडवाइजरी कमेटी का सदस्य बनने से हिचक रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि इसके बाद उनका नाम भी विवाद में घसीटा जाएगा।’’