बजट से पहले आर्थिक मोर्चे पर अच्छी खबर, कोर इंडस्ट्री की गिरावट पर लगा ब्रेक
देश का आम बजट 1 फरवरी यानी शनिवार को पेश होने वाला है. इससे पहले आर्थिक मोर्चे पर अच्छी खबर आई है. आंकड़े बताते हैं कि कोर इंडस्ट्री की गिरावट पर ब्रेक लग गई है.
- कोर इंडस्ट्री में लगातार चार महीने की गिरावट पर ब्रेक
- कोर इंडस्ट्री की वृद्धि दर दिसंबर में 1.3 फीसदी रही
आम बजट से एक दिन पहले आर्थिक मोर्चे पर अच्छी खबर आई है. दरअसल, दिसंबर 2019 की कोर इंडस्ट्री के आंकड़े जारी हुए हैं. इन आंकड़ों से पता चलता है कि लगातार चार महीने की गिरावट पर ब्रेक लग गया है. वहीं चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान कोर इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट 0.2 फीसदी रही जो एक साल पहले इसी अवधि में 4.8 फीसदी थी. बता दें कि कोर सेक्टर के 8 प्रमुख उद्योग होते हैं.
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क्या कहते हैं ताजा आंकड़े?
कोर इंडस्ट्री यानी आठ बुनियादी उद्योग की वृद्धि दर दिसंबर 2019 में सुधर कर 1.3 फीसदी रही. हालांकि यह दिसंबर 2018 की 2.1 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले कम है. दिसंबर महीने में कोयला, पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद और उर्वरक उद्योग का उत्पादन बढ़ा लेकिन कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और बिजली के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई. वहीं दिसंबर 2019 में इस्पात और सीमेंट क्षेत्रों के उत्पादन में वृद्धि दर नरम होकर क्रमश: 1.9 फीसदी और 5.5 फीसदी रही.
1 फरवरी को आम बजट
बता दें कि कल यानी शनिवार को देश का आम बजट पेश होने वाला है. इस बजट को निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. बजट से पहले शुक्रवार को आर्थिक सर्वे पेश किया गया. इस सर्वे रिपोर्ट में देश की अर्थव्यवस्था को लेकर कई अहम आंकड़े पेश किए गए हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2020-21 में GDP ग्रोथ रेट 6-6.5 फीसदी के बीच रहेगी.
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सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि FY 2020-2025 के बीच सरकार इंफ्रा सेक्टर में 102 लाख करोड़ का निवेश करेगी. सर्वे रिपोर्ट में सलाह दी गई है कि अगले तीन साल में इंफ्रास्ट्रक्चर पर 1.4 ट्रिलियन डॉलर यानी 100 लाख करोड़ के निवेश की जरुरत है ताकि इकोनॉमी की ग्रोथ में यह बाधा न बने.