क्या अखिलेश यादव को इंसेफेलाइटिस से जुड़ी जानकारी डॉ. कफील ने दी, जांच शुरू

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गोरखपुर. महाराष्ट्र में गिरफ्तार किए गए डॉ. कफील खान को लेकर कई खुलासे हो चुके हैं। अब डॉ. कफील का नाम अखिलेश यादव को इंसेफेलाइटिस से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध करवाने में भी आ रहा है। मालूम हो कि, यूपी सरकार की ओर से इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण को लेकर किए गए दावे पर सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सवाल खड़े किए थे। अखिलेश के पास आंकड़े कहां से आए, इन बातों में डॉ. कफील की भूमिका होने की बात कही जा रही हैं। सरकार ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।

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मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा शुरू की गई गोपनीय जांच का मकसद है यह पता करना कि अखिलेश यादव को क्या डॉ. कफील ने ही दस्तावेज उपलब्ध कराए थे। इसके लिए मेडिकल कॉलेज में डॉ. कफील के करीबियों की जांच की भी जा रही है। आशंका है कि कथित दस्तावेज इन करीबियों ने ही डॉ. कफील को दिया होगा। इनका कॉल डिटेल खंगालने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने खुफिया एजेंसियों से भी मदद मांगी है।

डॉ. कफील गोरखपुर में बच्चों की मौत के मामले के समय चर्चा में आए थे। वह मेडिकल कॉलेज में करीब एक साल तक कार्यरत रहे थे। उस दौरान वह इंसेफेलाइटिस वार्ड का भी काम देखते थे। इस दौरान रिकॉर्ड कौन रखता है, कहां क्या इंट्री होती है, इससे वह पूरी तरह से परिचित हैं। कफील को गोरखपुर-कांड में जेल भी हुई थी। जेल से रिहाई के बाद से ही वह भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

इतना नहीं, सरकार की ओर से जब भी इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण से संबंधित बयान जारी किया गया, डॉ. कफील इसे खारिज करते रहे हैं। फिर, कुछ महीने पहले जब अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इंसेफेलाइटिस से मौत जारी होने का दावा किया। तो देखा गया कि, अखिलेश ने कुछ दस्तावेज भी दिखाए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि जब भी जरूरत पड़ी तो नाम-पता दे सकते हैं। हालांकि, सरकार की ओर से अखिलेश द्वारा दिए गए आंकड़ों को तत्काल खारिज कर दिया गया था। तब से मेडिकल प्रशासन ने जांच करनी शुरू की।

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