कॉर्पोरेट / आईबीएम ने 1974 के विज्ञापन में भारत के 3 गणितज्ञों के योगदान को सराहा था, 46 साल बाद अब भारतीय मूल के कृष्णा को सीईओ बनाया
by Dainik Bhaskar- अरविंद कृष्णा आईआईटी कानपुर से ग्रेजुएट हैं, यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉय से उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की
- अरविंद 1990 में आईबीएम से जुड़े थे, मौजूदा सीईओ गिनी रोमेटी ने कहा- वे आईबीएम के अगले दौर के सीईओ साबित होंगे
Dainik Bhaskar
Jan 31, 2020, 02:55 PM IST
वॉशिंगटन. अमेरिका की आईटी कंपनी इंटरनेशनल बिजनेस मशीन्स (आईबीएम) ने भारतीय मूल के अरविंद कृष्णा (57) को नया सीईओ बनाने की घोषणा की है। वे गिनी रोमेटी (62) की जगह लेंगे। सीईओ के तौर पर अरविंद 6 अप्रैल से पदभार ग्रहण करेंगे। आईबीएम की कुल मार्केट कैप 12,588 करोड़ डॉलर (करीब 8.93 लाख करोड़ रु.) है। 46 साल पहले आईबीएम ने अपनी कंपनी का विज्ञापन दिया था। इसमें गणित को विकसित करने में प्राचीन भारतीय गणितज्ञ भास्कर, ब्रह्मगुप्त और आर्यभट्ट के योगदान को सराहा था।
अरविंद वर्तमान में आईबीएम में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट हैं। उनकी मौजूदा जिम्मेदारियों में आईबीएम क्लाउड, आईबीएम सिक्योरिटी और कॉग्निटिव एप्लीकेशन बिजनेस और आईबीएम रिसर्च शामिल हैं। अरविंद आईबीएम सिस्टम्स और टेक्नोलॉजी ग्रुप की डेवलेपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गनाइजेशन के जनरल मैनेजर भी रहे हैं। वे 1990 में आईबीएम के साथ जुड़े थे। अरविंद ने आईआईटी कानपुर से ग्रेजुएशन और यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की।
अरविंद को तकनीक की बेहतर समझ: रोमेटी
अरविंद ने कहा, “आईबीएम के अगले सीईओ चुने जाने से रोमांचित हूं। मुझ पर भरोसा जताने के लिए रोमेटी और बोर्ड की सराहना करता हूं।” अरविंद की नियुक्ति को लेकर रोमेटी ने कहा, “आईबीएम में अगले दौर के लिए अरविंद बेहतर सीईओ रहेंगे। उन्हें तकनीक की अच्छी समझ है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड, क्वांटम कम्प्यूटिंग और ब्लॉकचेन जैसी हमारी अहम तकनीकों को विकसित किया।”