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Good News: नए साल से कॉलेज की छात्राओं को मिलेगी परिवहन सुविधा

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प्रदेशभर के कॉलेजों में पढ़ने वाली ग्रामीण इलाके की बेटियों को नए साल पर परिवहन सुविधा का तोहफा मिलेगा। कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से रूटों और स्टॉपेज आदि की जानकारी जुटाने के बाद जिलों में तय रूटों पर बसों का संचालन किया जाएगा। सरकार की बेटियों के लिए सुरक्षित परिवहन योजना के तहत उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने प्रदेशभर के सभी शिक्षण संस्थानों को जानकारी साझा करने के आदेश जारी कर दिए हैं। 

गौरतलब है कि सरकार ने बेटी बचाओ योजना के तहत छात्राओं के लिए सुरक्षित परिवहन योजना तैयार की थी। प्रदेशभर के सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए ये खास योजना बनाई गई थी। इसके बाद परिवहन विभाग की ओर से छात्राओं के लिए महिला स्पेशल बस सेवा की की शुरुआत की थी। कई जिलों में इसे लागू किया जा चुका है। उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने बाकी जिलों को जल्द रूट तैयार करने के आदेश दिए हैं। 

छात्राओं की सहूलियत से तय होंगे स्टॉप

निदेशालय की ओर से बनाई गई योजना के मुताबिक छात्राओं की सहूलियत के हिसाब से ही बस सुविधा शुरू की जाएगी। ऐसे में कॉलेजों से जिला, विश्वविद्यालय का नाम, छात्रा का नाम, पता, मोबाइल नंबर, पिता का नाम आदि के साथ बस में चढ़ने और उतरने के लिए बस स्टॉप आदि के विकल्प की जानकारी भी मांगी गई है। कॉलेजों को ये सारी जानकारी लेकर जारी किए गए प्रफोर्मा में निदेशालय को भेजनी होगी। 

11 दिसंबर तक भेजनी होगी जानकारी 

कॉलेजों को परिवहन सुविधा को लेकर सारी सूचना 11 दिसंबर तक निदेशालय को भेजनी होगी। इसके बाद विभाग की ओर से रूट निर्धारित किए जाएंगे। छात्राओं की संख्या और रूट के आधार पर जिलों में बसों का संचालन किया जाएगा। इस संबंध में निदेशालय ने कॉलेजों की मेल आई डी पर प्रफोर्मा भेजा है। उच्चतर शिक्षा निदेशालय के उप निदेशक अरुण जोशी को ये जानकारी मेल पर देनी होगी। 

जिले में 53 सौ ज्यादा छात्राओं को लाभ 

योजना के तहत फरीदबाद जिले में इस परिवहन योजना का लाभ 5339 छात्राओं को मिलेगा। कई जिलों में शुरू हो चुकी योजना के तहत इस समय परिवहन विभाग प्रदेश में छात्राओं के लिए कुल 173 रूटों पर 181 महिला स्पेशल बसों का संचालन कर रहा है। इनमें सबसे ज्यादा 28 बसें नूंह में और इसके बाद 19 बसों का संचालन हिसार में किया जा रहा है। वहीं गुरुग्राम में पांच और पलवल में चार बसें चलाई जा रही हैं। 

बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना मकसद

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत प्रदेशभर की बेटियों के सामने आने वाली परिवहन की चुनौतियों को दूर करना और उन्हें सक्षम बनाने की दिशा में काम करना ही योजना का मकसद है। खासतौर से ग्रामीण इलाकों की छात्राओं को सुरक्षित सफर देकर उनका रुझान उच्च शिक्षा में बढ़ाया जा सके इसके लिए उन्हें खास परिवहन सुविधा दी जाएगी। इससे छात्राएं आसानी से पढ़ाई पूरी कर आत्मनिर्भर बन सकेंगी।