रोजगार और संपर्क सुविधा से होगा बिहार का विकास : प्रभात झा
by हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीप्रेस क्लब आफ इंडिया में मैथिल पत्रकार ग्रुप की ओर से आयोजित मिथिला महोत्सव-5 और मिथिला लिटेरचर फेस्टिवल-2 को संबोधित करते हुए भाजपा के सांसद एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि बिहार का विकास वहां पर रोजगार के अवसर बढ़ाने और संपर्क सुविधा में इजाफा से होगा। यही वजह है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने वहां को लेकर कई कदम उठाए हैं। खासकर मिथिला के विकास को ध्यान में रखकर नेपाल के साथ जल संधि की है जिससे मिथिला में बाढ़ की विभाषिका खत्म हो।
भाजपा सांसद ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट भी जल्द शुरू होगा। इससे वहां पर आवागमन और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मिथिला महोत्सव के अवसर पर मैथिली भोजपुरी के उपाध्यक्ष नीरज पाठक, बुराड़ी से विधायक संजीव झा, कांग्रेस प्रवक्ता प्रणव झा के साथ ही मिथिलांचल के कई विधायक और सांसद मौजूद थे।
आप विधायक संजीव झा और मैथिली भोजपुरी अकादमी के उपाध्यक्ष नीरज पाठक ने कहा कि दिल्ली और देश में मिथिला के लोगों की बड़ी संख्या है। अगर वे संगठित होकर स्थानीय सरकार और केंद्र सरकार से मांग करें तो मिथिला के विकास को गति मिल सकती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने पूर्वांचल, मिथिलांचल के लोगों के लिए दिल्ली में एक हजार से अधिक छठ घाट बनवाएं हैं। इसके साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि नई दिल्ली क्षेत्र में पूर्वा सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना के लिए भी कार्य किया जाएगा।
डहकन का मंचन रहा खास आकर्षण
मिथिला महोत्सव का खास आकर्षण अयोध्या घराने के मानस महाराज का भजन-गीत गायन रहा। उन्होंने सीता-राम के संबंध पर अपने मनोहरम गीत से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके साथ ही डहकन का मंचन भी खास आकर्षण रहा। मैथिल पत्रकार ग्रुप के अध्यक्ष संतोष ठाकुर ने कहा कि डहकन में समधी के आने पर घर की महिलाएं उन्हें एक ओर जहां 56 प्रकार का व्यंजन खिलाती हैं तो दूसरी ओर उसी समय लोकगीतों के माध्यम से उन्हें तरह-तरह की गालियां भी देती हैं। लेकिन यह गालियां संबंधों में कटुता लाने की जगह सौहार्दता-नजदीकी-घनिष्ठता लाता है। समधी बिना गाली पर ध्यान दिए भोजन करते रहते हैं।
मिथिला महोत्सव के साथ ही आयोजित मिथिला लिटरेचर फेस्टिवल में भाषा के संपादक निर्मल पाठक और पत्र सूचना ब्यूरो के महानिदेशक केएस धतवालिया ने चार पुस्तकों का लोकापर्ण भी किया।
गीत-नृत्य से मनमोहा
इस अवसर मैलोरंग के निर्देशक प्रकाश झा के निर्देशन में रंगारंग नृत्य नाटिका झिझिया भी किया गया। वहीं, देवानंद, रॉक स्टॉर धीरज के गीत, पावकी, नंदिता ठाकुर, नीशीथ, अक्षित, श्रेया जैसे बाल कलाकारों के गीत-नृत्य और मोहन झा की बांसुरी ने लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।