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उन्नाव कांडः आरोपी शिवम के बारे में नया खुलासा, पीड़िता और कोर्ट को ऐसे किया गुमराह

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गैंगरेप पीड़िता की हत्या का मुख्य आरोपित शिवम को कोर्ट ने जिन शर्तों पर जमानत दी थी, उसे उसने जेल से बाहर आने के चार दिन बाद पीड़िता को जिंदा जलाकर तोड़ दिया। आरोपित के वकील ने कोर्ट में दलील दी थी कि जिस समय रिपोर्ट लिखी गई जब आरोपित पीड़िता से शादी कर चुका था।

शिवम के वकील ने कोर्ट में दलील दी थी कि आरोपित शिवम ने पीड़िता से शादी कर ली थी। रिपोर्ट उस समय दर्ज की गई जब पीड़िता के माता-पिता ने रिश्ता स्वीकार करने से इनकार कर दिया। आरोपित के वकील ने हाईकोर्ट में यह बताने की कोशिश की थी कि शिवम और पीड़िता पति-पत्नी हैं। दोनों में अनबन होने की वजह से रिपोर्ट लिखी गई है। इस पर कोर्ट ने आरोपित को सशर्त जमानत दी थी। कोर्ट की शर्त थी कि 'आवेदक जमानत का फायदा उठाते हुए गवाहों को प्रभावित करने और मामले के साक्ष्यों से छेड़छाड़ नहीं करेगा।

आवेदक इस मामले को शीघ्र निपटाने में सहयोग करेगा। रेप प्रकरण में जब निर्धारित तिथि पर सुनवाई के लिए अदालत में गवाह मौजूद होंगे तो वह स्थगन की मांग नहीं करेगा। आवेदक हमेशा मामले की सुनवाई के दिन निचली अदालत में खुद मौजूद रहेगा। 

जब मामले की सुनवाई शुरू होगी अभियोग लगाए जाएंगे और सीआरपीसी की धारा 313 के तहत बयान दर्ज किए जाएंगे। अदालत ने सीधे तौर पर कहा था कि जिन शर्तों पर जमानत दी गई है, उसका किसी भी तरह का उल्लंघन होता है तो जमानत का दुरुपयोग माना जाएगा। उस स्थिति में अदालत जमानत रद करने को स्वतंत्र होगी।

 कोर्ट से छूटते ही शिवम ने चार अन्य शुभम त्रिवेदी, हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी और उमेश बाजपेयी के साथ मिलकर पीड़िता पर हमला कर दिया। दिल्ली में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत के बाद सभी आरोपितों के खिलाफ हत्या जैसे गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई। आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। 

पीड़िता और कोर्ट दोनों को किया गुमराह

आरोपित शिवम ने पीड़िता और कोर्ट दोनों को गुमराह किया। पीड़िता को झांसे में लेने के लिए फर्जी शादी का अनुबंध बनवाकर उसका यौन शोषण करता रहा। पीड़िता ने जब अपना हक मांगा तो उसे छोड़ दिया। पीड़िता ने बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराकर उसे जेल भिजवाया तो आरोपित ने कोर्ट को भी गुमराह कर दिया। आरोपित पक्ष की ओर से कोर्ट में यह बताने की कोशिश की गई कि दोनों पति-पत्नी हैं।