हैदराबाद एनकाउंटर मामले में बड़ा खुलासा, मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ को लगी सबसे ज्यादा गोलियां
by Ruchir Shuklaहैदराबाद। तेलंगाना में महिला डॉक्टर से गैंगरेप के बाद बर्बर तरीके से की गई हत्या के चारों आरोपी एक पुलिस एनकाउंटर में मारे गए हैं। पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों का एनकाउंटर उस समय हुआ जब पुलिस टीम गिरफ्तार चारों आरोपियों को लेकर वारदात वाली जगह यानी एनएच-44 पर क्राइम सीन रीक्रिएट करने के लिए पहुंची थी। पुलिस के मुताबिक, इसी दौरान इन आरोपियों ने पुलिस से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई। हालांकि, तेलंगाना पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर सवाल भी खड़े किए जा रहे हैं। तेलंगाना सरकार ने एनकाउंटर की जांच को लेकर एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। इस बीच हैदराबाद एनकाउंटर में मारे गए मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है।
मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ के शरीर पर सबसे ज्यादा गोलियों के जख्म
हैदराबाद में महिला डॉक्टर से हुई हैवानियत के बाद शुक्रवार को शादनगर इलाके में पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया। इस एनकाउंटर में मारे गए वारदात के मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ उर्फ पाशा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। टीओआई में छपी खबर के मुताबिक, मोहम्मद आरिफ के शरीर पर एनकाउंटर में सबसे ज्यादा गोलियों के जख्म नजर आए हैं। इस बात का खुलासा एनकाउंटर साइट पर पहुंची जांच टीम में शामिल एक अधिकारी की ओर से किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ को सीने में तीन गोलियों से निशान देखने को मिले हैं और एक गोली का निशान उसके दाहिनी ओर निचले हिस्से में नजर आया है।
मोहम्मद आरिफ के सीने में दिखे तीन गोलियों के निशान
जानकारी के मुताबिक, मोहम्मद आरिफ पर ही मुख्य रूप से ये आरोप था कि उसने पुलिस टीम से हथियार छीनकर फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की थी। जांच टीम से जुड़े एक सूत्र ने टीओआई से बातचीत में बताया कि मोहम्मद आरिफ के शरीर पर ज्यादा गोलियों के निशान जरूर देखने को मिले हैं, हालांकि उसे कुल कितनी गोलियां लगी हैं इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा। आखिर कितनी गोलियां मुख्य आरोपी के शरीर में मिली हैं, ये पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।
आरिफ ने की भी पुलिस से हथियार छीनकर भागने की कोशिश
शुक्रवार को हैदराबाद एनकाउंटर में मोहम्मद आरिफ के साथ-साथ तीन और आरोपियों जोलू शिवा (20), जोलू नवीन (20) और चिंताकुंटा चिन्नाकेशवाउलू (20) को पुलिस ने मार गिराया था। टीओआई की खबर के मुताबिक, मोहम्मद आरिफ के साथ-साथ चिंताकुंटा चिन्नाकेशवाउलू ने भी पुलिस से पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की थी। एक और आरोपी जोलू नवीन पर दो गोलियों के निशान देखने को मिले हैं। उसके गले और सीने पर गोली के निशान देखने को मिले हैं। वहीं जोलू शिवा और चिन्नाकेशवाउलू के शरीर में भी दो-दो गोलियों के निशान देखने को मिले हैं।
बाकी तीनों आरोपियों के शरीर पर दो-दो गोलियों के निशान
वहीं तेलंगाना पुलिस ने भी एनकाउंटर को लेकर अभी तक ये साफ नहीं किया है कि आखिर उनकी ओर से कितने राउंड गोलियां चलाई गई हैं। इस मामले में पुलिस की तरफ से स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है। पुलिस से जुड़े सूत्र के मुताबिक, 'हम अभी भी गायब हुई गोलियों, चली गोलियों और शेल्स की जांच एनकाउंटर साइट पर कर रहे हैं। ये एनकाउंटर एक कृषि योग्य जमीन पर हुआ था, ऐसे में एनकाउंटर के दौरान कई गोलियां गायब हो गई थीं। फिलहाल जांच अभी भी जारी है। एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने कथित तौर पर राइफल और पिस्तौल दोनों का इस्तेमला किया था।
एनकाउंटर में पुलिस ने चलाई आखिर कुल कितनी गोलियां
फिलहाल, एनकाउंटर में मारे गए चारों आरोपियों की बॉडी महबूबनगर के एक मुर्दाघर में संरक्षित किया गया है। बता दें कि जिस तरह से इन आरोपियों का एनकाउंटर किया गया उसको लेकर कई तरह के सवाल भी उठाए जा रहे हैं। इस बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम भी हैदराबाद पहुंची। टीम एनकाउंटर वाली जगह पर भी पहुंची और तफ्तीश की। इस बीच तेलंगाना हाई कोर्ट ने भी मामले पर संज्ञान लिया। हाईकोर्ट ने चारों आरोपियों के शवों को सोमवार तक संरक्षित करके रखने को कहा, साथ ही पुलिस से पोस्टमार्टम का वीडियो भी मांगा है।