सोनिया के पिता राजीव से नहीं कराना चाहते थे शादी, ये थी बड़ी वजह09 Dec 2019, 08:511 / 10सोनिया गांधी ने कभी नहीं सोचा था कि उनकी शादी एक भारतीय लड़के से होगी. वो साल 1964 की बात है जब वह इंग्लैंड आकर कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में इंग्लिश लैंग्वेज की पढ़ाई करने लगीं. इसी दौरान उनकी मुलाकात भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से हुई जो उस वक्त ट्रिनिटी कॉलेज कैम्ब्रिज में पढ़ रहे थे. इस मुलाकात ने ही सोनिया की जिंदगी बदल दी. आज सोनिया के जन्मदिन के मौके पर जानते हैं कैसे हुई राजीव गांधी और उनकी मुलाकात. फिर पिता के खिलाफ जाकर उन्होंने कैसे की शादी.2 / 10सोनिया ने बताया कि मेरी और राजीव गांधी की मुलाकात एक रेस्टोरेंट में हुई थी. जब मैं कैम्ब्रिज में थी तो उस समय एक रेस्टोरेंट था जहां पर इटैलियन खाना मिलता था. मुझे इंग्लिश खाना पसंद नहीं था. इसलिए उस रेस्टोरेंट में रोज खाना खाने के लिए जाती थी.3 / 10मेरा एक जर्मनी का दोस्त राजीव जी का भी दोस्त था. एक बार राजीव जी ने मेरे उस दोस्त से कहा "ये तुम्हारी दोस्त जो है, क्या मैं इनसे कभी मिल सकता हूं"?फिर इसके बाद मेरी और राजीव जी की मुलाकात हुई. जिसके बाद राजीव जी को मुझसे प्यार हो गया. जब पढ़ाई करने के बाद मैं वापिस अपने माता-पिता के पास गई तो उस समय राजीव भी हिंदुस्तान आए थे.4 / 10उन्होंने बताया राजीव हिंदुस्तान जाने से पहले इटली आए और मेरे पिताजी से बातचीत की. राजीव ने सोनिया के पिताजी को बताया कि वो मुझसे शादी करना चाहते हैं. बता दें, उनके पिता स्टेफिनो मायनो एक भूतपूर्व फासिस्ट सिपाही थे.5 / 10सोनिया ने बताया भले ही राजीव शादी का प्रस्ताव लेकर मेरे पिताजी के पास आए हों, लेकिन वह राजीव से मेरी शादी कराने के सख्त खिलाफ थे.6 / 10वह समझते थे कि हिंदुस्तान इतनी दूर है और वहां के रीति-रिवाज बिल्कुल अलग है. इसी के साथ वह नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी की शादी इतनी दूर हो.7 / 10सोनिया ने बताया, उसी समय उन्होंने कहा मैं तुम्हारी जिंदगी को बर्बाद नहीं करना चाहता हूं. अगर तुम हिंदुस्तान देखने के लिए जाना चाहती हो तो मैं तुम्हारी रिटर्न टिकट करवा देता हूं. वहीं उन्हें यकीन था कि मैं वापस इटली आ जाऊंगी.8 / 10सोनिया ने बताया हिंदुस्तान आने के बाद मैं वापस नहीं गई. तब से आजतक यहीं हूं और वह रिटर्न टिकट यहीं कहीं अभी तक पड़ा हुआ है.9 / 10सोनिया ने अपने पिता की मर्जी के खिलाफ जाकर राजीव गांधी से शादी कर ली थी. उनके पिताजी इस कदम से निराश और दुखी थे. इस कारण वह सोनिया की मेरी शादी में शामिल नहीं हुए थे. सोनिया ने बताया राजीव से शादी के बाद मेरी जिंदगी में काफी बदलाव आया था. इंग्लैंड में मुझे इंग्लिश खाना बिल्कुल पसंद नहीं था. वहीं हिंदुस्तान आने के बाद भारतीय खाना भी शुरुआत में पसंद नहीं आया था.10 / 10लेकिन आज वो समय है जब मैं बिना भारतीय खाना के नहीं रह सकती. मैं लंच के समय देसी खाने में अरहर की दाल और चावल पसंद करती हूं. मुझे ये इतनी पसंद है कि जब भी मैं कहीं दूसरे देश में जाती हूं और वापस हिदुस्तान लौटती हुं मुझे सबसे पहले अरहर की दाल और चावल चाहिए.