SBI ने दिया ग्राहकों को तोहफा, होम-ऑटो लोन पर ब्याज दर में की कटौती
भारतीय स्टेट बैंक ने अपने MCLR में 10 बेसिस पॉइंट यानी 0.1 फीसदी की कटौती कर दी है. इससे इसके लाखों होम लोन ग्राहकों की ईएमआई घट जाएगी.
- एसबीआई ने MCLR में 10 बेसिस पॉइंट की कटौती की
- इससे फ्लोटिंग रेट वाले होम लोन सस्ते हो जाएंगे
- इस वित्त वर्ष में बैंक ने एमसीएलआर में आठवीं बार कटौती की है
भारतीय स्टेट बैंक ने अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड आधारित लेंडिंग रेट (MCLR) में 10 बेसिस पॉइंट यानी 0.1 फीसदी की कटौती कर दी है. इससे इसके लाखों होम लोन ग्राहकों की ईएमआई घट जाएगी. यह कटौती 10 दिसंबर यानी मंगलवार से लागू होगी. इससे फ्लोटिंग रेट वाले होम लोन सस्ते हो जाएंगे.
एमसीएलआर से जुड़े ऑटो लोन भी सस्ते हो जाएंगे. हालांकि इसका फायदा तत्काल नहीं मिलेगा. एसबीआई ने इस वित्त वर्ष में अपने एमसीएलआर में लगातार आठवीं बार कटौती की है. अब इसके एक साल का एमसीएलआर रेट 8 से घटकर 7.9 फीसदी हो जाएगा. एसबीआई का दावा है कि वह देश में सबसे सस्ता लोन देने वाला बैंक है.
ये हुए बदलाव
हालांकि बैंक ने रेपो रेट से जुड़े लोन में कोई बदलाव नहीं किया है. एक दिन से लेकर एक महीने तक के लोन के लिए एमसीएलआर रेट 7.65 फीसदी, तीन महीने के लिए एमसीएलआर रेट 7.70 फीसदी, छह महीने के लिए 7.85 फीसदी, दो साल के लिए 8.10 फीसदी और तीन साल के लिए 8.20 फीसदी हो गया है. गौरतलब है कि होम लोन और ऑटो लोन में एसबीआई की बाजार हिस्सेदारी करीब 25 फीसदी है.
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने हाल में अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में कहा था कि वह आगे और दरों में कटौती करने की जल्दबाजी में नहीं है. जनवरी 2014 से अक्टूबर 2019 के बीच रिजर्व बैंक रेपो रेट में 2.85 फीसदी की कटौती करते हुए उसे 8 से 5.15 फीसदी कर चुका है. लेकिन बैंकों ने अभी इसका पूरा लाभ ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया है.
कैस मिलेगा लाभ
MCLR घटने से होम लोन ब्याज दर या ईएमआई पर तत्काल कोई असर नहीं होगा. असल में एसबीआई की फ्लोटिंग रेट होम लोन इस एक साल के एमसीएलआर से जुड़ा होता है और इसमें एक साल के लिए रेट तय होता है. यानी अगर किसी के लिए रेट अगस्त में तय हो गया और उसके बाद एमसीएलआर में बदलाव होता है तो इसका फायदा अगले साल यानी अगले अगस्त तक ही मिल पाएगा.