गांधीजी की 150वीं जयंती / आईआईटी के रिसर्चर्स तैयार करेंगे 'गांधीपीडिया', डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पढ़े जा सकेंगे पत्र और किताबें
by Dainik Bhaskar- 'गांधीपीडिया' में महात्मा गांधी की किताबों और भाषणों का संग्रहण होगा
- आईआईटी और राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद मिलकर इस पर काम कर रहे
Dainik Bhaskar
Nov 29, 2019, 06:48 PM IST
कोलकाता. जल्द ही महात्मा गांधी की किताबों, पत्रों और भाषणों को आप डिजिटल फॉर्म में पढ़ सकेंगे। राष्ट्रपिता के इन कार्यों को डिजिटल प्लेटफॉर्म में लाने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) और राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम) मिलकर 'गांधीपीडिया' नाम से एक ऑनलाइन पोर्टल बना रहे हैं।
इसमें राष्ट्रपिता की किताबें, चिठि्ठयों और उनके भाषणों का संग्रहण होगा। इस प्रोजेक्ट को अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से पूरा किया जाएगा। आईआईटी खड़गपुर ने बयान में कहा कि पहले चरण में उनके द्वारा लिखी गई 40 किताबों का डिजिटलीकरण किया जाएगा। साथ ही किताबों के कई हिस्सों को ट्वीट किया जाएगा।
पहले चरण का काम मार्च, 2020 तक पूरा होगा
इन किताबों के जरिए गांधीजी की सामाजिक जिंदगी को नए सिरे से दुनिया के सामने लाया जाएगा। इसमें राष्ट्रपिता को प्रभावित करने वाली शख्सियतों के साथ ही उन लोगों को भी शामिल किया जाएगा, जिन्हें गांधीजी ने प्रेरित किया था। पहले चरण का काम मार्च, 2020 तक पूरा हो जाएगा। अगले तीन साल में बाकी बचा काम भी पूरा होने की उम्मीद है।
महात्मा गांधी के पत्रों और भाषणों को पोर्टल पर अपलोड करेंगे
आईआईटी खड़गपुर के कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियर विभाग के प्रोफेसर अनिमेष मुखर्जी इस प्रोजेक्ट को देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि, महात्मा गांधी के 100 कामों को उनके पत्रों और भाषणों सहित पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इसकी शुरुआत राष्ट्रपिता की 'माय एक्सपेरीमेंट्स विद ट्रुथ किताब से होगी।