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बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुक्सान

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रोहतक: प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के किसानों को चावल निकाल कर बेचने के बाद अब जिला उपायुक्त का बेतुका बयान सामने आया है। उपायुक्त का कहना है कि किसानों को इंतजाम वाली मंडियों में अपनी फसल ले जानी चाहिए। साथ ही उपायुक्त का यह भी कहना है कि रोहतक अनाजमंडी में शैड का पूरा इंतजाम है, जबकि स्थिति यह है कि मामूली बारिश भी यह शेड नहीं झेल पा रहे और किसानों का सोना पानी में बर्बाद हो रहा है। किसानों का कहना है कि दो साल से शेड ठीक करवाने के लिए वह मंडी अधिकारी से लेकर उपायुक्त तक गुहार लगा चुके है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं। हर कोई किसान हितेषी होने का दावा करता है, लेकिन धरातल पर किसानों के लिए कोई काम नहीं किया जाता। पिछले दो दिन से हो रही बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने प्रशासन के दावो की पोल खोल दी है।

एक तरफ तो किसान की फसल खेत में खराब हुई है तो दूसरी तरफ मंडी में भी मूलभूत सुविधा न होने के चलते धान की फसल खराब हो रही है। अनाज मंडी में तो यह हाल है कि शैड उखड़े पड़े है और धान बारिश में भीग रहा है। स्थिति यह बन गई है कि मंडियों में पड़ा धान उगना शुरू हो गया है। किसान अपनी फसल को देखकर रो रहे है। किसान इन्द्र व राजेन्द्र ने बताया कि कोई भी सुनवाई तैयार नहीं है। खुले में धान की ढेरियां पड़ी है और बार बार मंडी अधिकारियों से गुहार लगा चुके है, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि जिला उपायुक्त भी किसानों की समस्याओं को लेकर कतई गंभीर नहीं है और उपायुक्त यहां तक कहते है कि किसानों को उन मंडियों में अपनी फसल लेकर जाना चाहिए,जहां पर पूरे इंतजाम हो। उपायुक्त के इस बयान से किसानों में भारी रोष है। 

किसानों का कहना है कि वह इस बारे में कृषि मंत्री व मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेगे, जब जिले के आला अधिकारी तक कोई सुनवाई नहीं करता तो आखिर वे कहां जाए। मंडियों में खुले में पड़े धान के स्टॉक पर उपायुक्त आरएस वर्मा का कहना है कि अचानक मौसम में हुए बदलाव को देखते हुए मंडी प्रशासन द्वारा खुले में पड़ी अधिकतर धान की बोरियों को हटवाया गया है और अगर कही कुछ धान बाहर रह गया है तो यह उनके संज्ञान में नहीं है, इस पर कार्रवाई करते हुए विशेष ध्यान दिया जायेगा। मंडी में शैड की कमी पर पूछे गये एक सवाल पर उन्होंने कहा कि सीजन में धान काफी ज्यादा मात्रा में मंडी में पहुंचता है। मंडियों में शैड के अलावा खुले में भी मंडी लगाई जाती है और प्रशासन द्वारा इसके प्राथमिक रख-रखाव हेतु लिए सम्पूर्ण प्रबंध किये जाते है तथा रोहतक स्थित अनाज मंडी में सरकार द्वारा काफी बड़े शैड बनवाये गये है। उन्होंने कहा कि इसके लिए किसानों को भी जागरूक होने की जरूरत है। किसानों को अपनी नजदीकी मंडी में धानों को लाना चाहिए ताकि बिना किसी नुकसान के जल्द से जल्द धान का उठान प्रशासन करवाया जा सकें।

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Web Title: Heavy losses to farmers due to unseasonal rains and hail