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पुलिस की कमिशन के चलते आढ़ती ने की आत्महत्या

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टांडा उड़मुड़: खरीद एजैंसियों के अधिकारियों से परेशान आढ़ती ने ब्यास दरिया पुल से छलांग मार कर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान जगजीत सिंह पुत्र जोगिन्द्र सिंह निवासी घुमाण (गुरदासपुर) के रूप में हुई है। टांडा पुलिस ने मृतक के भतीजे अवनीत सिंह पुत्र सुखजिन्दर सिंह के बयान पर ए.एफ.एस.ओ. जसविन्दर सिंह, पनग्रेन खरीद एजैंसी के इंस्पैक्टर संदीप कुमार और स्थानीय पैट्रोल पम्प मालिक साहब सिंह निवासी मंड के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

टांडा पुलिस के पास दर्ज करवाए अपने बयान में अवनीत सिंह ने बताया कि उसका चाचा जगजीत सिंह और पिता सुखजिन्दर सिंह गांव की दाना मंडी में आढ़त का काम करते हैं और उनका किसानों के साथ अडवांस लेन-देन होता है। मंडी में सरकारी खरीद एजैंसी पनग्रेन और मार्कफैड ने इस सीजन में धान की खरीद की। इस सीजन में उनको बारदाना उक्त अधिकारियों की तरफ से न मिलने कारण उन्होंने स्वयं ही 3 लाख रुपए खर्च करके बारदाना खरीदा। इस दौरान बारिश के दिनों में जब खरीदा धान की फसल खराब हो रही थी तो उन्होंने उक्त अधिकारियों को मंडी में से खरीदे गए धान की लोड़िंग करवाने की अपील की परंतु उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।

मंडी में अक्सर उन आढ़तियों की लोड़िंग होती थी जिनका उनके साथ लेन-देन होता था। घुमाण में ही साहब सिंह का पैट्रोल पंप है जहां उसने कांटा बनाया हुआ है। उसकी उक्त आधिकारियों के साथ मिलीभुगत होने के कारण मंडी में से तोली हुए फसल का गेटपास साहब सिंह के कांटे से ही जारी होता था। उक्त अधिकारी साहब सिंह के कांटे पर ही बैठकर आढ़तियों के पास से कमीशन लेकर लोड़िंग करवाते थे। वह और उसका चाचा लगातार अक्तूबर-नवंबर महीनों में उक्त अधिकारियों के पास जाते रहे परंतु उन्होंने उनकी कोई सुनवाई नहीं की।

27 नवंबर को वे जब साहब सिंह के पंप पर बनाए दफ़्तर और उक्त अधिकारियों को मिले और भार हुई फसल की अपनी रकम और लोड़िंग संबंधित मिन्नतें कीं परंतु उन्होंने कहा कि जो प्रति क्विंटल 300 रुपए की काट आपकी आढ़त के अनाज की पाई है, वह पहला जमा करवाओ। क्योंकि उसमें से करीब 25 लाख रुपए तीनों पहले ही ले चुके हैं और दोनों अधिकारियों ने साहब सिंह को कहा कि जो उनका बकाया रहता है, वह दो, नहीं तो उनकी लोड़िंग नहीं करवानी है, न ही बनती लगभग 90 लाख रुपए जारी करने हैं और धमकी दीं कि 30 नवंबर को पेमैंट सरकार की तरफ से बंद हो जानी है और बाद में 6-7 महीने लग जाने हैं।

कमीशन के लिए तंग करते उनकी एक न सुनी और वह परेशानी में वहां से आ गए। आज सुबह उनके चाचा बाबा नाम देव जी के गुरुघर से माथा टेक कर घर नहीं आए और 10 बजे उसकी चाची रमिन्दरजीत कौर को फोन किया है कि वह उक्त आरोपियों के कारण 50 लाख रुपए का ऋणि हो चुका और दरिया में छलांग मारने लगा है। सूचना और उन जब मौके पर आकर देखा तो चाचा का मोटरसाइकिल पुल पर खड़ा था। बाद में उसके चाचा की लाश गांव सवरावा के पास से मिल गई। पुलिस ने अपने कमिशन के लिए आढ़ती को मरने के लिए मजबूर करने वाले तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।

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Web Title: a man commit suicide in Tanda